गायत्री जयंती आज: ये हैं 11 गायत्री मंत्र, देवताओं की प्रसन्नता और शुभ फल पाने के लिए करें इनका जाप

उज्जैन. आज (20 जून, रविवार) गायत्री जयंती है। देवी गायत्री को वेदों की माता भी कहा जाता है। माता गायत्री की पूजा करने और इनके मंत्रों का जाप करने से हर मनोकामना पूरी हो सकती है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, मूल गायत्री मंत्र तो 1 ही है, लेकिन मनोकामना पूर्ति और देवताओं को प्रसन्न करने के लिए विद्वानों ने अलग-अलग गायत्री मंत्रों की रचना भी की है। गायत्री मंत्र से इन देवताओं की पूजा की जाए तो बहुत ही जल्दी शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। जिस देवता को प्रसन्न करना हो, उससे संबंधित गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। ये मंत्र इस प्रकार हैं...

Asianet News Hindi | Published : Jun 20, 2021 2:57 AM IST / Updated: Jun 20 2021, 11:03 AM IST
111
गायत्री जयंती आज: ये हैं 11 गायत्री मंत्र, देवताओं की प्रसन्नता और शुभ फल पाने के लिए करें इनका जाप

1. विष्णु-गायत्री मंत्र
ऊँ नारायणाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात।।

211

2. लक्ष्मी-गायत्री मंत्र
ऊँ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे, विष्णु पत्न्यै च धीमहि। तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ।।

311

3. शिव-गायत्री मंत्र
ऊँ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्।।

411

4. शनि-गायत्री मंत्र
ऊँ भगभवाय विद्महे, मृत्युरूपाय धीमहि। तन्नो सौरी: प्रचोदयात।।

 

511

5. गणेश-गायत्री मंत्र
ऊँ एकदन्ताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि। तन्नो दन्ती प्रचोदयात्।।

611

6. श्रीकृष्ण-गायत्री मंत्र
ऊँ देवकीनन्दनाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि। तन्नो कृष्ण: प्रचोदयात्।।

711

7. सरस्वती गायत्री मंत्र
ऊँ सरस्वत्यै विद्महे ब्रह्मपुत्र्यै धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्।।

811

8. दुर्गा-गायत्री मंत्र
ऊँ गिरिजायै विद्महे शिवप्रियायै धीमहि। तन्नो दुर्गा प्रचोदयात्।

911

9. हनुमान-गायत्री मंत्र
ऊँ आंजनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो मारुति: प्रचोदयात्।।

1011

10. सूर्य-गायत्री मंत्र
ऊँ आदित्याय विद्महे, सहस्त्रकिरणाय धीमहि। तन्नो सूर्य: प्रचोदयात्।।

 

1111

11. तुलसी-गायत्री मंत्र
ऊँ श्रीतुलस्यै विद्महे विष्णुप्रियायै धीमहि। तन्नो वृन्दा प्रचोदयात्।

Share this Photo Gallery
click me!

Latest Videos

Recommended Photos