विद्या की देवी सरस्वती हैं। इसलिए विद्यार्थियों को नवरात्रि में देवी सरस्वती का ध्यान करना चाहिए। विद्यार्थी वर्ग या ऐसे लोग जिनकी जन्मकुंडली में गोचर में राहु अशुभ हों, उनकी दशा, अंतर्दशा अथवा प्रत्यंतर दशा चल रही हो, वे सभी ‘ऊं ऐं हृं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः’मंत्र पढ़ते हुए माता दुर्गा की पूजा एवं जाप करें। प्रतिदिन इस मंत्र का जाप करने से ज्ञान बढ़ता है, बुद्धि कुशाग्र होती है और स्मरण शक्ति बढ़ती है।