उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र में तिथि, नक्षत्र, ग्रहों आदि सभी विशेष महत्व है। तिथि और नक्षत्र मिलकर ही कई शुभ-अशुभ योग बनाते हैं। (Paush Purnima 2023) कुल 16 तिथियां पंचांग में बताई गई हैं। इनमें से प्रतिपदा से लेकर चतुर्दशी तक की तिथि दोनों पक्षों (शुक्ल और कृष्ण) में एक समान रहती है। शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा कहते हैं। इस तिथि के स्वामी चंद्रदेव हैं। इस बार साल 2023 की पहली पूर्णिमा तिथि 6 जनवरी, शुक्रवार को है। ये पौष मास की पूर्णिमा है। आगे जानिए इस तिथि पर कौन-कौन से शुभ योग बन रहे हैं और इस दिन के जाने वाले उपाय…