उज्जैन. धर्म ग्रंथों के अनुसार, पूर्णिमा तिथि के स्वामी चंद्रदेव हैं। इस तिथि पर पवित्र नदी में स्नान करने, जरूरतमंदों को दान करने और भगवान विष्णु की पूजा करने का विशेष महत्व बताया गया है। साल में कुल 12 पूर्णिमा तिथि होती है। (Paush Purnima 2023 Upay) इनमें पौष पूर्णिमा भी एक है। इस बार पौष पूर्णिमा 6 जनवरी, शुक्रवार को है। इस तिथि पर देवी शाकंभरी का जयंती पर्व मनाया जाता है और माघ मेले की शुरूआत भी इसी तिथि से होती है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, इस तिथि पर अगर कुछ खास काम किए जाएं तो जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। आगे जानिए कौन-से हैं वो काम…