उज्जैन. पंचांग के अनुसार, हर महीने के अंतिम दिन जब चंद्रमा अपनी पूर्ण अवस्था में होता है, इस तिथि को पूर्णिमा कहते हैं। इस तरह साल में 12 पूर्णिमा तिथि होती है। इन सभी में आश्विन मास की पूर्णिमा का खास महत्व है। इसे शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2021) कहते हैं। इस बार ये पूर्णिमा 20 अक्टूबर को है। इसे कोजागरी या कोजागर पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। ज्योतिष के दृष्टिकोण से भी ये तिथि बहुत खास है क्योंकि इस रात को कई उपाय किए जा सकते हैं, जिनसे हमारी परेशानियां दूर हो सकती हैं। आगे जानिए शरद पूर्णिमा की रात में कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं…