गर्म पानी और स्पेशल डाइट से 10 दिन में ठीक हुए कोरोना के 3 मरीज, जानिए कैसे हुआ उपचार
ग्रेटर नोएडा (Uttar Pradesh)। देशभर में कोरोना वायरस की दहशत है। डॉक्टर दवा और इलाज नहीं होने की दुहाई दे रहे हैं। सरकार ने भी लॉक डाउन कर दिया है, जिससे लोग अपने ही घरों में कैद नजर आ रहे हैं। लेकिन, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) इससे इत्तेफाक नहीं रखता। महज 10 दिन में कोरोना के मरीजों को पूरी तरह से स्वस्थ कर दिया। बड़ी बात न कोई खास दवा दी और न ही वेंटिलेटर या अन्य किसी मेडिकल इमरजेंसी की जरूरत पड़ी। जी हां बस गर्म पानी, स्पेशल डाइट और मोटिवेशन ने यह कमाल किया है। बता दें कि इस तरह के उपचार से दो दिन में तीन मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है।
Ankur Shukla | Published : Mar 31, 2020 3:25 AM IST
राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में कोरोना का इलाज करने वाली 20 डॉक्टरों की टीम है। इस टीम ने हर मरीज पर 24 घंटे नजर रखी। शरीर का तापमान नापने से लेकर उनकी हर गतिविधियों को रेकॉर्ड किया।
जिम्स के डायरेक्टर ब्रिगेडियर डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि कोरोना संक्रमित हर मरीज को हमारी टीम अपने परिवार का हिस्सा समझती है। इलाज स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखकर होता है। मरीजों को हेल्दी डाइट ही नहीं, मोटिवेट भी किया जाता है। घबराए बगैर खुश रहते हुए धैर्य रखना इसमें सबसे अहम है।
जिम्स के डायरेक्टर ब्रिगेडियर डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि मरीजों के खानपान के समय का सख्ती से पालन किया गया। डॉक्टरों की निगरानी में केवल गर्म पानी पीने के लिए दिया गया। इससे रक्तचाप सही रहा और गले के दर्द, जुकाम व बुखार से राहत मिली।
मरीजों को दाल का पानी और सूप भी नाश्ते में दिया गया। चावल, ठंडा पानी, दही और अन्य ठंडी चीजों को मेन्यू में नहीं रखा गया था।
फलों में पपीता, सेब दिया गया। हरी सब्जियां, दाल, लौकी, तुरई लंच और डिनर में रखा गया। सुबह साढ़े 7 से 8 बजे के बीच नाश्ता दिया गया। दोपहर 12 से एक बजे के बीच लंच दिया गया। रात साढ़े 7 से 8 बजे के बीच सभी को खाना दिया गया।
मरीजों को भरपूर नींद लेने के लिए कहा गया। इस दौरान उन्हें योग और हल्की एक्सरसाइज भी बताई गई। मोटिवेट करने के लिए वीडियो बनवाया गया था, जो मरीजों को समय-समय पर दिखाया गया। संबंधित बीमारी जो बढ़ती, उसकी सामान्य इस्तेमाल वाली दवाइयां भी दी गईं।
आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती कोरोना के मरीजों का ध्यान रखने के लिए एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाया गया है। इसमें डॉक्टरों की टीम, नर्स, मेडिकल स्टाफ और मरीज हैं। ग्रुप पर हर मरीज की पल-पल की खबर ली जाती है। खाने-पीन का भी अपडेट लिया जाता है। रात में समय पर खाना पहुंचा या नहीं, इस बारे में भी जानकारी ली जाती है।
हर मरीज को एक थर्मामीटर भी दिया गया है। खुद से वे अपने शरीर का तापमान चेक कर सकते हैं। इसकी भी समय-समय पर निगरानी की जाती है। जिम्स के डायरेक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी बीमारी से हमें घबराने की कोई जरूरत नही है। हमें खुद और परिवार के सदस्यों को इससे बचाने के लिए बस सतर्क रहना जरूरी है।
सरकार के हर निर्देश का पालन करें और भीड़भाड़ वाली जगहों से दूर रहे। एक मीटर की दूरी सबसे जरूरी है। समय-समय पर हाथ साफ करते रहें। इसके साथ ही सबसे अहम डाइट है। हेल्दी खाना खाएंगे और खुश रहेंगे तो कोरोना खुद से हार मान लेगा।
इस तरह के उपचार से दो दिन में तीन मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। इसमें बुधवार को एक और गुरूवार को दो मरीज शामिल रहे।