परिवहन निगम के अधिकारियों का कहना है कि ये तीनों बसें अनुबंध के रुप में चलाने के लिए मंगाई गई थी। बताते हैं कि निगम प्रबंधन ने मुंबई के एक ऑपरेटर को 32 लग्जरी बसों का संचालन करने का आदेश दिया था। लेकिन बाद में प्रॉफिट को लेकर दोनों में विवाद हो गया तो यह मामला कोर्ट तक पहुंच गया था।