अयोध्या के बाद अब सजने-संवरने लगी कान्हा की नगरी, इस बार दो दिन मनाई जाएगी जन्माष्टमी

मथुरा(Uttar Pradesh). राम मंदिर भूमि पूजन से पूरे देश में शुरू हुए राम भक्ति की गूंज महादेव की नगरी काशी और कान्हा के शहर मथुरा में भी देखने को मिला। इसके अब्द अब मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार जन्माष्टमी का त्यौहार दो दिन मनाए जाने का निर्णय लिया गया है। इसी माह 11 और 12 तारीख को मनाए जाने वाले श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के लिए कान्हा की नगरी मथुरा को सजाया संवारा जा रहा है। इस बार नंदगांव में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 11 अगस्त और श्री कृष्ण जन्मभूमि, ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर, द्वारिकाधीश मंदिर में 12 अगस्त को कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 7, 2020 5:39 AM IST

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अयोध्या के बाद अब सजने-संवरने लगी कान्हा की नगरी, इस बार दो दिन मनाई जाएगी जन्माष्टमी

इस बार श्री कृष्णजन्माष्टमी का त्यौहार दो दिन तिथि और नक्षत्र में अंतर के कारण होगा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के लिए ब्रज में तैयारी शुरू हो गई है और मंदिरों को सजाया-संवारा जा रहा है। श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि श्री कृष्ण जन्मभूमि में श्री कृष्ण जन्माष्टमी 12 अगस्त को मनाई जाएगी। महोत्सव को भव्य और आकर्षक बनाने को लेकर संस्थान सदस्यों की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। 

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द्वारिकाधीश मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एडवोकेट ने बताया कि मंदिर में 12 अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। वहीं ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में भी 12 अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। 
 

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विश्व प्रसिद्ध नंदबाबा मंदिर में 11 अगस्त को परंपरा अनुरूप श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाया जाएगा। मंदिर के सेवायत मुकेश गोस्वामी ने बताया कि पूर्णिमा से बधाइयों को दौर शुरू हो गया है। इसी दिन से ही रात्रि से नंदभवन में बधाई गायन कर उत्सव मनाया जाना शुरू हो जाता है।

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आचार्य दिनेश प्रसाद मिश्र ने बताया कि भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि का प्रारंभ 11 अगस्त सुबह 9 बजकर 6 मिनट से हो रहा है, जो 12 अगस्त को दिन में 11 बजकर 16 मिनट तक रहेगी। वहीं रोहिणी नक्षत्र का प्रारंभ 13 अगस्त को तड़के 3 बजकर 27 मिनट से हो रहा है और समापन सुबह 5 बजकर 22 मिनट पर होगा। ऐसे में 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनाना उचित रहेगा।
 

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आचार्य दिनेश प्रसाद मिश्र ने बताया जन्माष्टमी की पूजा के लिए इस बार 43 मिनट का समय मिलेगा। 12 अगस्त की रात 12 बजकर 5 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक श्रीकृष्ण जन्म की पूजा करना शुभ है।

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