बताते हैं कि पहले पुलिस को धमकाता रहा। कह रहा था कि वह गृहमंत्री अमित शाह का भांजा विराज शाह है। दिल्ली फोन कर दिया है। वहां से फोन आते ही सब जान जाएंगे, वह क्या है? इस कारण पुलिसकर्मी भी शुरुआत में पूछताछ नहीं कर रहे थे। विधायक योगेंद्र उपाध्याय के पुष्टि करने के बाद ही पुलिस कर्मी पूछताछ की हिम्मत कर सके। बाद में पूछताछ में ठगी की बात कबूल की।