पहले दिन सूर्य उपासना के साथ ही व्रतियों ने गंगा घाटो और कुंडों-सरोवरों पर वेदी बनाकर जगह भी पक्की कर ली गई है। उत्साह, उमंग और उल्लास की झलक दिखाई दे रहा है। सभी इस पर्व को मनाने में जुटे हैं। ऐसा नजारा गंगा घाट पर दो साल के बाद दिख रहा है। पिछले साल कोविड की सख्त गाइडलाइन के कारण घाटों पर ऐसी रौनक नहीं थी।