लोगों की मदद में सीएम योगी ने स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया अपना प्लेन, जानें कहां होगा इसका उपयोग

Published : Jun 04, 2020, 09:41 AM ISTUpdated : Jun 04, 2020, 09:42 AM IST

लखनऊ(Uttar Pradesh). यूपी के लोगों को कोरोना संकट से उबारने और स्वास्थ्य सेवाओं को तेजी से लोगों ताल पहुंचाने के लिए सीएम योगी ने अपनी सरकारी प्लेन स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया है। इस जहाज का उपयोगी कोरोना संक्रमण की जांच मशीन लाने के साथ ही करोना से जारी जंग में जरूरी स्वास्थ्य उपकरणों को मंगाने के लिए के किया जा रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ का सरकारी जहाज नौ जून को कोरोना वायरस की ट्रूनेट मशीनों की खेप लेने गोवा जाएगा। कोरोना वायरस की यह जांच मशीनें महत्वपूर्ण हैं और मुख्यमंत्री ने फौरन यह मशीनें उत्तर प्रदेश में लाने के निर्देश दिए हैं। 

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लोगों की मदद में सीएम योगी ने स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया अपना प्लेन, जानें कहां होगा इसका उपयोग

प्रदेश में ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी सरकार के कार्यकाल में स्वास्थ्य उपकरणों को लाने के लिए स्टेट प्लेन की मदद ली जा रही है। योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। सूबे में इससे पहले भी सीएम योगी आदित्यनाथ दो बार मेडिकल उपकरण मंगाने के लिए अपना सरकारी जहाज बैंगलोर और गोवा भेज चुके हैं।
 

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ट्रूनेट मशीनों की महत्ता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी इससे पहले 1 जून 2020 को स्टेट प्लेन गोवा भेज चुके हैं, जहां से 21 मशीनें प्रदेश में आई थीं। अब मशीनें इमरजेंसी ऑपरेशन में काफी सहायक साबित हो रही हैं।ऐसे में समय की बचत के लिए और तेजी से स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए मुख्यमंत्री का सरकारी जहाज स्वास्थ्य विभाग के काम आ रहा है।

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इन मशीनों के जरिए एक से डेढ़ घंटे में मरीज की कोरोना की जांच होकर रिपोर्ट आ जाती है। सीएम की मंशा प्रदेश के सभी जनपदों को एक-एक ट्रूनेट मशीनें देने की है, जिससे प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत किया जा सके।
 

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लाकडाउन के कारण जब ट्रेनें चलना बंद हो गई थी। उस समय देश के दूसरे राज्य से कोरोना की जांच किट प्रदेश में लाना एक बड़ी समस्या बन गया था। तब मुख्यमंत्री ने 7 अप्रैल 2020 को अपना सरकारी जहाज बैंगलोर भेजा था और वहां से 150 ए स्टार किट-2.0 मंगवाया गया था।
 

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यूपी में कोरोना की जांच में तेजी आए इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर संभव प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश में अब तक तीन लाख लोगों की जांच हो चुकी है। 31 प्रयोगशालाओं में प्रतिदिन 10 हजार सैम्पल की जांच की जा रही है। मुख्यमंत्री की मंशा इसको और बढ़ाने की है। उन्होंने अधिकारियों के समक्ष 15 जून तक प्रतिदिन 15 हजार और 30 जून तक प्रतिदिन 20 हजार टेस्ट का लक्ष्य रखा है।

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