उसके घर वालों ने बताया कि उसे कोई बीमारी नहीं है, लेकिन कंडक्टर को उनकी बात पर यकीन नही हुआ। बार-बार कहने पर भी जब लड़की बस से नीचे नहीं उतरी तो कंडक्टर ने उसे टोल प्लाजा के पास चलती बस से नीचे फेंक दिया। जिससे उसे गम्भीर चोटें आईं। उसे इलाज के लिए दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उसकी मौत हो गई।