स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से बदल गया शव, मुस्लिम व्यक्ति का हिंदू परिवार ने कर दिया अंतिम संस्कार

आगरा(Uttar Pradesh).  यूपी के आगरा जिले में कोरोना संक्रमित दो मरीजों के शव स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से आपस में बदल गए । यही नही जान गंवाने वाले मुस्लिम मरीज का शव हिन्दू मरीज के परिजनों को दे दिया गया उन्होंने शव का दाह संस्कार भी कर दिया। सोमवार को इस मामले का भेद तब खुला जब मुस्लिम मृतक का बेटा अपने पिता का शव लेने आया। मामला सामने आया तो मुस्लिम मरीज के परिजनों ने हंगामा कर दिया। इस मामले की जानकारी के बाद अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए हैं।

Asianet News Hindi | Published : May 13, 2020 9:29 AM IST

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स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से बदल गया शव, मुस्लिम व्यक्ति का हिंदू परिवार ने कर दिया अंतिम संस्कार

आगरा के शाहगंज निवासी एक व्यापारी को 9 मई को तेज बुखार और सांस की तकलीफ़ की वजह से एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। कोरोना की आशंका में उसके सेंपल लेकर जांच को भेजे गए थे। लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही 10 मई को उसकी मौत हो गई। रिपोर्ट के इंतजार में अस्पताल ने शव को पोस्टमार्टम गृह में भिजवा दिया।
 

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इससे पहले 9 मई को यहां पर एक 67 साल के कोरोना संक्रमित मरीज की मौत भी हुई थी। इस मरीज के दो बेटे क्वारंटाइन थे। सोमवार दोपहर प्रशासन ने बेटों को बुला कर ताजगंज के इलेक्ट्रिक शवदाहगृह पर पिता के शव का अंतिम संस्कार करा दिया। लेकिन विभागीय लापरवाही से शव बदल गया। जिस शव का अंतिम संस्कार करवाया गया वह मुस्लिम कारोबारी का था जिसकी मौत 10 मई को हुई थी।
 

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मामला सोमवार को तब खुला जब कारोबारी का बेटा अपने पिता का शव लेने शवगृह पहुंचा। एसएन अस्पताल के चिकित्सकों ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही शव का अंतिम संस्कार कराया जाएगा। इस बीच जब अधिकारियों ने बेटे से शव की पहचान कराई तो पता चला कि जिस शव का अंतिम संस्कार करने के लिए बुलाया गया है, वह एक हिंदू शख्स का है।
 

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इसके बाद मुस्लिम कारोबारी के बेटे को पता चला कि उसके पिता का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज से हो चुका है। इससे नाराज कारोबारी के बेटे ने यहां जमकर हंगामा किया। कारोबारी के बेटे ने कहा कि पोस्टमार्टम गृह स्टाफ की लापरवाही की वजह से वो पिता के शव का अंतिम संस्कार नहीं कर सका। उसे हमेशा यह मलाल रहेगा कि वह अपने पिता को अपनी मां की कब्र के बगल में दफ्न नहीं कर सका। कुछ दिन पूर्व ही उसकी मां की भी मौत हुई थी।
 

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कोरोना की दहशत हिन्दू परिवार को शव के पास नही ले जाया गया । दूर से ही उन्हें दिखाया गया जिससे वह ठीक से पहचान नही कर सके और दूसरे के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया ।

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मामले में डीएम प्रभु एन सिंह का कहना है कि यह गंभीर मामला है और इस मामले की जांच कराई जाएगी सीएमओ से पूरी रिपोर्ट ली जाएगी वहीं सीएमओ डॉ. आरसी पांडेय का कहना है कि यह घोर लापरवाही है। शव कैसे बदले गए हैं, इसकी जांच कराई जा रही है। लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
 

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