दरअसल, यह दर्दभरी कहानी है लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र के रहने वाले सूरजपाल की। जिन्होंने कोरोना के कहर में अपने 13 साल के बेटे को खो दिया। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह पहले उनके बेटे की तबीयत खराब हुई थी। उसे तेज बुखार था, सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। तभी मैंने उसकी जांच कराई तो वह संक्रमित निकला। किसी तरह मैंने उसका घर में ही इलाज कराया, लेकिन वह जिंदा नहीं रहा।