कहीं कूड़े के ढ़ेर में मिली नोटों से भरी बोरी- किसी ने जला दिए नोट...नोटबंदी के 10 वायरल मामले
देश में नोटबंदी को आज 3 साल पूरे हो गए हैं। 8 नवंबर 2016 की रात 8 बजे पीएम नरेंद्र मोदी ने 1000 और 500 के नोट बैन होने की घोषणा की थी। 8 नवंबर को पीएम मोदी ने तीनों आर्मी चीफ्स और तत्कालीन प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की थी। जिसके बाद रात 8 बजे राष्ट्र के नाम संदेश दिया, भाइयो-बहनो! देश को भ्रष्टाचार और कालेधन रूपी दीमक से मुक्त कराने के लिए एक और सख्त कदम उठाना जरूरी हो गया है। आज मध्यरात्रि यानी 8 नवंबर 2016 की रात्रि को 12 बजे से वर्तमान में जारी 500 रुपए 1000 रुपए के करंसी नोट लीगल टेंडर नहीं रहेंगे। ये मुद्राएं कानूनन अमान्य होंगी। hindi.asianetnews.com आज आपको 10 ऐसे मामलों के बारे में बताने जा रहा है, जोकि नोटबंदी के दौरान काफी चर्चा में रहे थे।
Asianet News Hindi | Published : Nov 8, 2019 8:48 AM IST / Updated: Nov 08 2019, 02:25 PM IST
यूपी की राजधानी लखनऊ से एक फोटो वायरल हुई थी। फोटो में कूड़े के ढ़ेर में एक बोरी रखी थी, जोकि 500-1000 नोट भरी थी। जबकि सच्चाई ये थी कि बोरी के ऊपर कुछ ही असली नोट थे, जबकि नीचे कागज भरे हुए थे।
नोटबंदी के ऐलान के बाद यूपी के ललितपुर जिले में कुछ लोगों ने अधूरी जानकारी के चलते रात ही में 500-500 के कई नोट जला दिए थे। उनका कहना था, नोटबंदी के बाद उन्हें लगा कि नोट अब किसी काम के नहीं। इसलिए गुस्से में नोट जला दिया। लेकिन बाद में नोट बदले जाने की खबर पता चली तो आंखों में आंसू आ गए।
यूपी के सहारनपुर जिले में 11 नवंबर को नोट बदलने के लिए भीख मांगने वाली दो महिलाएं बैंक पहुंची और बोलीं- मुझे अपने नोट बदलने हैं, कहां बदल पाएंगे। हालांकि, इनके नोट नहीं बदल सके, क्योंकि इनके पास आईडी प्रूफ नहीं था।
यूपी के मीरजापुर जिले में 12 नवंबर को नारघाट के पास गंगा नदी में 500-1000 नोट बहते मिले थे। जिसे लूटने के लिए लोग नदी में नाव लेकर उतर गए थे। लोगों का कहना था, ये सब ब्लैक मनी है। कुछ का कहना था कि यह नोट जरुरत मंदों में बांट देना चाहिए था।
2000 के नोट मार्केट में आने के बाद अफवाह उड़ी कि काली कमाई को रोकने के लिए उसमें माइक्रोचिप लगी है, जो जीपीएस से कनेक्ट की जा सकती है। अफवाह के बाद 11 नवंबर को सच जानने के लिए यूपी के गोरखपुर में एक युवक ने चिप ढूंढ़ने के लिए 2 टुकड़े कर दिए थे। इसके बाद नोट की फोटो वॉट्सऐप पर वायरल भी की थी।
यूपी के कानपुर जिले के जूही थानाक्षेत्र में रहने वालीं सन्नो ने एक-एक रुपए जोड़कर बुढ़ापे के लिए रुपए जमा किए थे। लोगों की मानें तो 9 नवंबर की शाम नोटबंदी खबर सुनते ही वो परेशान हो गईं। रुपए के बंडल को बाहर निकालकर गिनने लगी। नोट गिनते समय ही उन्हें हार्ट अटैक पड़ा और मौत हो गई।
नोटबंदी के बाद यूपी के झांसी में 266 साल पुराने सिद्धपीठ पाताली हनुमान मंदिर में काले धन को पूरी तरह बैन कर दिया गया था। साथ ही मंदिर के बाहर एक बोर्ड लगाया गया, जिसमें लिखा, कालाधन दान करना सख्त मना है। यही नहीं, बोर्ड में दो बॉक्स बनाकर 1000 और 500 लिखा गया था और उनके नीचे क्रॉस का निशान बना दिया गया था। बता दें, कैंसर के रोगियों के लिए इस मंदिर का बड़ा महत्व है।
यूपी के कुशीनगर जिले के कप्तानगंज इलाके की रहने वाली तीर्थराजी देवी मजदूरी कर अपना और परिवार का पेट पालती थीं। नोटबंदी का जानकारी नहीं होने के चलते 9 नवंबर को वो अपनी बचत के एक-एक हजार के चार नोट लेकर सेंट्रल बैंक में जमा करने गईं थीं। बैंक के बाहर मौजूद लोग 500-1000 के नोट बंद किए जाने की चर्चा कर रहे थे। महिला को लगा उसकी कमाई के चार हजार रुपए बर्बाद हो गए। जिसके चलते उसे गहरा सदमा लगा और उसकी वहीं मौत हो गई।
12 नवंबर को पंजाब के जालंधर में यूपी के मेरठ से बारात गई थी। दूल्हें ने शगुन देने के लिए 500-1000 के नोट निकाले तो सालियों ने उसे लेने से मना कर दिया। इसके बाद दूल्हें ने रिश्तेदार, दोस्तों से छुट्टे मांगे, लेकिन नहीं मिले। फिर उसने कहा- मेरे पास सिर्फ 10 रुपए का नोट है, लेना है तो बोलो। सालियों ने उसे भी लेने से इनकार कर दिया।
2000 के नए नोट आने के बाद सोशल मीडिया पर अफवाह फैली थी कि नोट का गुलाबी रंग पानी में छूट रहा है। इस बीच यूट्यूब पर एक वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें 2000 रुपए के नोट को पानी से धोते हुए दिखाया गया था। 44 सेकंड के इस वीडियो में एक शख्स नोट को दोनों तरफ से रगड़-रगड़ कर धो रहा था। हालांकि, रंग में कोई फर्क नहीं पड़ा। ऐसे में ये अफवाह झूठी निकली।