पीड़िता के मुताबिक सनिगवां चौकी प्रभारी ने उसे बुलाया और कहा, उसकी बेटी को तलाशना है। इसके लिए गाड़ी में जो डीजल खर्च होगा, उसे देना होगा। इसके नाम पर दारोगा ने चार बार ढाई-ढाई हजार रुपए का डीजल गाड़ी में भरवाया। बेटी नहीं मिली और उसका दस हजार रुपया भी खर्च हो गया। पिछले दिनों जब वह शिकायत लेकर सनिगवां चौकी पहुंची तो उसे भगा दिया गया था।