कानपुर (Uttar Pradesh) । बेटी को खोजने के लिए दिव्यांग मां भीख मांगकर पैसे जुटाती थी। इन पैसे से पुलिस अपनी गाड़ी में पेट्रोल भरवाती थी। यह मामला तब खुला जब पीड़िता डीआईजी के पास शिकायत करने पहुंच गई। पैर से दिव्यांग और फटी धोती पहने इस महिला की कहानी जब डीआइजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने सुनी तो उनका भी दिल पसीज गया। उन्होंने तत्काल महिला की बेटी को ढूंढने आदेश दिया। साथ ही खुद अपनी गाड़ी से महिला को उसके घर भिजवाया। जिसकी पूरी कहानी हम आपको बता रहे हैं।