शशिकांत ने बताया कि विकास ने कहा था कि पुलिस को देखकर डरना नहीं है। वो कुछ कर पाएं, इसके पहले ही उन पर गोलियां दागनी शुरू कर देना। यही हुआ भी। जब पुलिस की गाड़ियां रुकी और जैसे ही पुलिसकर्मी नीचे उतरे, तीन तरफ से छतों से गोलियां चलने लगीं। शशिकांत ने मीडिया के सामने कबूला है कि वह और उसके पिता भी वारदात में शामिल थे और पुलिस वालों की हत्या की। प्रेम प्रकाश को पुलिस ने तीन जुलाई को ही मुठभेड़ में मार गिराया था।