मैं जो करने जा रही हूं उसका कोई जिम्मेदार नहीं...सॉरी, Bsc छात्रा के रूम से मिला सुसाइड नोट
कानपुर (Uttar Pradesh). यूपी के कानपुर में हॉस्टल में फांसी लगाने वाली बीएससी की छात्रा का सुसाइड नोट पुलिस के हाथ लगा है। बता दें, छात्रा राज्य स्तरीय खो खो खिलाड़ी थी। अपनी टीम की वो कैंप्टन थी। छात्रा के परिजनों ने कोच, उसकी बहन समेत तीन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पुलिस छात्रा के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। साथ ही उसके मोबाइल को भी खंगाला जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, परिजनों द्वारा जिन लोगों पर आरोप लगाया गया है, पुलिस उनसे पूछताछ कर सकती है।
Asianet News Hindi | Published : Feb 25, 2020 8:04 AM IST / Updated: Feb 25 2020, 01:51 PM IST
सिविल लाइंस में एमजी हॉस्टल में बीते रविवार को बीएससी सेकंड ईयर की छात्रा इशिता मिश्रा (19) ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली।
इशिता के रूम से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा है सॉरी...पापा...मम्मी और भैया..जो मैं करने जा रही हूं उसका कोई जिम्मेदार नहीं है। मैं अपनी मौत की जिम्मेदारी खुद लेती हूं। सॉरी सॉरी सॉरी सॉरी.. आपकी बेटी इशिता। आखिर में इशिता ने साइन भी किए हैं।
इशिता के पिता बृजेश ने कहा, रविवार सुबह करीब सात बजे बेटी से फोन पर बात हुई थी। उसने बताया था कि खेल के दौरान तीनों लोग (जिन पर आरोप लगाया है) उस पर अभद्र टिप्पणी करते हैं। जिससे वो परेशान थी। मैंने उससे कहा था कि मैं पुलिस से शिकायत करूंगा, लेकिन उससे पहले ही बेटी ने ऐसा कदम उठा लिया।
वहीं, हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं ने कहा, रविवार रात करीब 11 बजे इशिता ने खाना खाया। उसके बाद वो फोन पर बात करते हुए कमरे में चली गई और कमरा अंदर से बंद कर लिया।
डीजी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. साधना सिंह ने बताया, इशिता पढ़ने में तेज थे। बीएससी प्रथम वर्ष में वो सेकेंड टॉपर थी। ऐसा कभी नहीं लगा कि वो सुसाइड कर लेगी।
सुसाइड नोट में परिवार वालों से माफी मांगने और खुदकुशी की जिम्मेदारी लेने के अलावा छात्रा ने कुछ भी नहीं लिखा। खुदकुशी की वजह न लिखे होने से मामला उलझा हुआ है। पुलिस इशिता के मोबाइल नंबर की सीडीआर निकाल रही है। ताकि पता चल सके कि इशिता की कब-कब किससे-किससे बातचीत हुई। उसी आधार पर आगे की जांच की जाएगी। छात्रा के व्हाट्सएप चैट भी पुलिस खंगाल रही है।