लखनऊ (Uttar Pradesh) । अब कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए परेशान नहीं होना होगा, क्योंकि इसका पता लगाना अब सरल हो गया है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने महज आधे घंटे में दो बूंद खून या प्लाज्मा के जरिये संक्रमण बताने वाली 12 तरह की किट पर सहमति जता दी है। रैपिड जांच की उन किट की लिस्ट भी जारी की गई है, जो एफडीए या पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी की जांच में सही पाई गई हैं। हालांकि रैपिड तकनीक से पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर कोरोना संक्रमण की केवल आशंका होगी। पुष्टि के लिए विशेष जांच कराने की जरूरत होगी।