पत्नी और 21 महीने के बेटे की मौत पर भी नहीं रोया ये शख्स, आंसू न निकलने के पीछे बताई ये वजह
कानपुर (Uttar Pradesh). यूपी के कानपुर के रहने वाले इंडियन आयल के अधिकारी रोहित तिवारी को अपनी करतूत पर जरा सा भी पछतावा नहीं है। आरोपी ने बीते 7 जनवरी को जयपुर में सुपारी देकर पत्नी और मासूम बेटे की हत्या करवा दी थी। जिसके बाद 11 जनवरी को पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया था। वहीं, पत्नी और बेटे की मौत के बाद भी रोहित की आंखों में आंंसू नहीं आ रहे। जिसके पीछे उसने अजीबोगरीब रीजन बताया।
Asianet News Hindi | Published : Jan 13, 2020 1:06 PM IST / Updated: Jan 13 2020, 06:45 PM IST
जयपुर के प्रताप नगर में दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के सीनियर मैनेजर रोहित तिवारी ने ही अपनी पत्नी श्वेता (32) और 21 महीने के बेटे श्रीयम की सुपारी देकर हत्या करवाई थी। पुलिस ने हत्याकांड में रोहित व सुपारी किलर सौरभ चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है।
जयपुर पूर्वी के डीसीपी राहुल जैन ने बताया, हत्याकांड के मास्टरमाइंड को पत्नी और बेटे की हत्या का जरा सा भी पछतावा नहीं है। वो उनके शव को देखकर रोया तक नहीं। पूछने पर बोला कि उसे विटामिन-बी 12 की कमी है। इस वजह से आंसू नहीं निकलते। उसने कहा कि इसमें पछतावे जैसा कुछ भी नहीं है। रोज-रोज के झगड़े से मुक्ति मिल गई। श्रीयम से उसको कोई मतलब नहीं था।
आरोपी रोहित को अपने जिगर के टुकड़े डेढ़ साल के बेटे श्रेयम पर भी दया नहीं आई। जिसके जन्म के लिए आरोपी ने शादी के 7 साल तक इंताजार किया था। लेकिन अचानक उससे इतनी नफरत करने लगा कि प्रेमिका के लिए मासूम बेटे की मौत की सुपारी दे दी।
आरोपी ने कुछ दिन पहले ही फेसबुक पर अपने बेटे के गाल चूमते हुए तस्वीर शेयर की थी। इसके साथ उसने फोटो पर लिखा था 'हम तुम' लेकिन कुछ दिन बाद ही उसने मासूम को मारने की प्लानिंग कर ली।
कॉलोनी वालों का कहना है कि रोहित तो श्रेयन से बहुत प्यार करता था। अक्सर उसको गोद में लेकर खिलाता रहता था। कभी उसको देखकर नहीं लगा कि वह एक दिन उसकी हत्या करवा देगा।
आरोपी रोहित ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह अपनी शादी से पहले ही किसी लड़की से प्यार करता था। लेकिन उसकी उससे शादी नहीं हो पाई। बस इसी बात को लेकर पति पत्नी में विवाद होता रहता था।
जिस युवती से वह प्यार करता था, वो कुछ दिन बाद अमेरिका चली गई थी। लेकिन दोनों में फिर भी बात होती रहती थी।