CM को देखते ही दौड़ी आती हैं 'राधा, छोटी', कुछ ऐसी है योगी की लाइफस्टाइल
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। सीएम योगी आदित्यनाथ बीते दिनों दो दिवसीय दौरे पर अपने शहर गोरखपुर गए थे। जहां उन्होंने पहले की तरह जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सुनीं। बता दें, आदित्यनाथ कई साल तक गोरखपुर से बीजेपी सांसद रहे हैं। उस दौरान इन्हें पशु-पक्षियों से बेहद लगाव था, जोकि आज भी कायम है। आज भी गोरखपुर जाने पर इनके दिन की शुरुआत गौ सेवा के साथ होती है। आज हम आपको गोरखपुर में रहने के दौरान रही योगी आदित्यनाथ की लाइफ स्टाइल के बारे में बताने जा रहे हैं।
Ankur Shukla | Published : Jan 7, 2020 7:27 AM IST / Updated: Jan 07 2020, 01:48 PM IST
सीएम योगी आदित्यनाथ की गोरखपुर में गोशाला है, जहां देसी नस्ल की 500 गायें हैं। सभी के नाम रखे गए हैं। वह जैसे ही वहां पहुंचकर गायों के नाम गंगा, गायत्री, गौरी, सरस्वती, राधा, छोटी आदि लेकर पुकारते हैं, सभी उन्हें आकर घेर लेती हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ की गौशाला में कई सांड भी हैं। इनमें से नंदू और शंभू योगी जी को बहुत प्रिय हैं। वे भी नाम लेते ही पहुंच जाते हैं।
लेब्राडोर नस्ल के कुत्ते कालू को पूरे आश्रम का रखवाला कहा जाता है। आश्रम के लोग कहते हैं कि जब योगी यहां नहीं होते हैं तो कुत्ता कालू ही सरदार की भूमिका में नजर आता है।
योगी अगर आसपास के इलाके में जाते हैं तो कुत्ता कालू उनके साथ होता है। आश्रम में भीड़ कितनी भी हो, एक आवाज पर कालू उनके पास पहुंचता है और बैठ जाता है। गोरखपुर पहुंचते ही वह योगी की गोद में आकर बैठ जाता है।
आश्रम में पलने वाले पशु-पक्षियों में कुत्ता कालू और एक बिल्ली से आदित्यनाथ को बेहद लगाव है। मंदिर के आसपास ही दो बंदर रहते थे, जो इन दिनों नहीं दिखाई दे रहे हैं। इनका नाम अंगद और हनुमान रखा गया था। इन्हें सीएम जब इस नाम से बुलाते तो वे आ जाते थे। सख्त दिखने वाले सीएम योगी हंसी मजाक भी खूब करते हैं
योगी आदित्यनाथ को बच्चों से बहुत प्रेम है। वे कहीं भी जाएं और उन्हें कोई बच्चा मिल जाए तो बिना पुचकारे वह नहीं रह पाते।
ये भी पता चला कि अगर योगी आदित्यनाथ कहीं बच्चों के लिए ही खास किसी गांव में गए तो टॉफी जरूर लेकर जाते हैं। गोरखनाथ मंदिर में भी टॉफियां रखी रहती हैं। जब भी योगी यहां आते हैं, तो मंदिर आए बच्चों को टॉफी जरूर देते हैं।
योगी आदित्यनाथ जब भी गोरखपुर आते हैं तो सुबह जनता दरबार में जरूर हाजिरी देते हैं। यहां लोगों की समस्याओं को सुनने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिया।