लॉकडाउन में बंद हुआ काम; घर में राशन भी नहीं,खून बेंचकर पेट भरने जा रहा था शख्स, लेकिन...
आगरा (Uttar Pradesh ). लॉकडाउन में काम धंधा बंद होने के कारण लोगों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। लोग घरों में रहने को मजबूर हैं जिससे कई लोग भयंकर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। गुरूवार को न्यू आगरा क्षेत्र के एक दंपत्ति के पास जब घर में राशन के लिए कोई रास्ता नहीं बचा तो वह वह ऐसा काम करने निकल पड़े जिसको सुनकर पुलिस भी स्तब्ध रह गई । रास्ते में पुलिस ने रोका तो उन्होंने अपनी समस्या और सड़क पर निकलने का कारण बताया। जिसके बाद पुलिस ने दंपत्ति के खाने की व्यवस्था करवाई।
Asianet News Hindi | Published : Apr 10, 2020 4:14 AM IST / Updated: Apr 10 2020, 09:53 AM IST
( प्रतीकात्मक फोटो ) मामला आगरा के हरिपर्वत थाना क्षेत्र का है। यहां का रहने वाला एक शख्श ऑटो चलाता है। लॉकडाउन में उसका ये धंधा बंद है। उसकी नई शादी भी हुई है। लॉकडाउन में सब कुछ बंद होने के कारण वह भयंकर आर्थिक संकट से जूझ रहा है।
( प्रतीकात्मक फोटो ) स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक हरिवर्वत चौराहे पर पुलिस तैनात थी। इसी बीच एक आदमी और एक औरत आते दिखाई पड़े। पुलिस ने उन्हें रोक कर लॉकडाउन में निकलने की बाबत पूंछा तो वह सकपकाया। लेकिन पुलिस ने कड़ाई की तो उसने ऐसी कहानी बताई जिससे पुलिस भी भौचक रह गई।
( प्रतीकात्मक फोटो ) रिपोर्ट्स के मुताबिक उसने पुलिस को बताया कि व ऑटो चालक है। लॉकडाउन होने के वजह से काम धंधा बंद है। घर में खाने को एक दाना भी नहीं है। इसके लिए वह अपनी पत्नी के साथ खून बेंचने जा रहा था,जिससे पैसों का इंतजाम होगा और वह खाने के लिए राशन खरीद सकेगा।
( प्रतीकात्मक फोटो ) युवक की बात सुनकर पुलिस भी आवाक रह गई। हरीपर्वत पुलिस ने दोनों को खाने के लिए खाना दिया। युवक न्यू आगरा क्षेत्र का रहने वाला था इसलिए थानाध्यक्ष हरीपर्वत ने न्यू आगरा क्षेत्र की पुलिस से बात कर उनके राशन की भी व्यवस्था करवाई।
( प्रतीकात्मक फोटो ) आगरा में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 89 पहुंच गई है, इसमें से आठ ठीक हो चुके हैं और एक महिला की मृत्यु हो चुकी है। 80 का इलाज चल रहा है। संक्रमण के संंदिग्ध कुछ लोगों को मथुरा शिफ्ट किया गया है।