बीमार पत्नी को ठेले पर लादकर 8Km. दूर अस्पताल ले गया बुजुर्ग, बिना इलाज लौटना पड़ा वापस
गोरखपुर (Uttar Pradesh). यूपी के गोरखपुर एक मार्मिक घटना सामने आई है। एक बुजुर्ग को बीमार पत्नी को ठेले पर लादकर करीब 8 किलोमीटर दूर अस्पताल ले गया। गौर करने वाली बात ये है कि बुजुर्ग की पत्नी का किसी अस्पताल में इलाज न हो सका। मजबूरन उसे घर लौटना पड़ा। जबकि बुजुर्ग के पास केंद्र सरकार की योजना आयुष्मान कार्ड भी है।
Asianet News Hindi | Published : Feb 8, 2020 6:00 AM IST / Updated: Feb 08 2020, 11:31 AM IST
कैंपियरगंज थाना क्षेत्र के महावनखोर के रहने वाले 66 साल के राकेवल ने कहा, मैं ठेला चलाकर परिवार का पेट पालता हूं। पत्नी कैलाशी पिछले 10 साल से बीमार है। घर में जो कुछ भी था, सब बेचकर उसका इलाज कराया।
बुजुर्ग ने कहा, कुछ दिन पहले गिरने से पत्नी की कमर में चोट लग गई थी, जिसका इलाज कराने के लिए अस्पताल ले जाना था। मैंने ठेले पर पत्नी को लेटाया और गांव से करीब 8 किमी दूर पीपीगंज पीएचसी पहंचा। लेकिन वहां न तो डॉक्टर मिले और न ही कोई स्टाफ। काफी देर इंतजार करने के बाद मैं एक प्राइवेट अस्पताल में गया, लेकिन वहां इलाज और भर्ती के लिए पैसा न होने से पत्नी को वापस घर ले जाना पड़ा।
बुजुर्ग ने कहा, मेरे पास आयुष्मान कार्ड भी है। लेकिन इससे कैसे मुफ्त में इलाज होता है, इसके बारे में न तो मुझे जानकारी है और न ही किसी ने बताया। मेरे 2 बेटे हैं। बड़ा बेटा परिवार के साथ आजमगढ़ में रहता है। जबकि छोटा बेटा हमारे साथ रहता है।
मामले की जानकारी होने पर पूर्व ग्रामप्रधान जनक मिश्रा ने रामकेवल की मदद के लिए आगे आए। उन्होंने बीमार महिला को किसी अच्छे अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज कराने का भरोसा दिलाया है।
वहीं, कैपियरगंज सीएचसी अधीक्षक डॉ. भगवानदास ने कहा, पीपीगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जिस महिला डॉक्टर की तैनाती की गई है, वह मनमाने तरीके से ड्यूटी करती है। जबकि मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके तिवारी ने कहा, उस महिला डॉक्टर के बेटे का देहांत हो गया था, जिससे वह अक्सर खुद तनाव में रहती है। इस कारण वह रेगुलर ड्यूटी नहीं कर पाती। अन्य स्टाफ क्यों गायब थे? इसकी जांच कर कार्यवाही की जाएगी।