लखनऊ (Uttar Pradesh)। यूपी में ब्राह्मण वोट बैंक पर विपक्ष की नजर है। विकास दुबे और उनके गुर्गों की एनकाउंटर में मौत के बाद यूपी में सभी विपक्षी दल सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि योगी सरकार ब्राह्मण विरोधी है। अब जब आगामी विधानसभा चुनाव में करीब दो साल का बचा है तो कांग्रेस सहित समाजवादी पार्टी और बसपा ब्राह्मण कार्ड खेलने में नहीं चूक रहे हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बाद बसपा सुप्रीमो मायवती ने भी ब्राह्मण वोट बैंक को देखते हुए ऑफर दिया है। इसके लिए मायावती ने भी आज प्रेस कांफ्रेंस किया है। जिसमें उन्होंने ब्राह्मण समाज की आस्था के प्रतीक परशुराम के नाम पर अस्पतालों व सुविधायुक्त ठहरने के स्थानों का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही सवाल किया कि सपा की सरकार ने ब्राह्मणों के लिए क्या किया गया था।