कभी बच्चे को सीने से लगाया तो कहीं बुजुर्ग का हाथ थामा, बीते कुछ दिनों में दिखा प्रियंका का ये अंदाज
लखनऊ (Uttar Pradesh). नागरिकता कानून पर यूपी में हुई हिंसा के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का पीड़ित लोगों से मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। शनिवार को उन्होंने मुजफ्फरनगर और मेरठ में पीड़ितों से मुलाकात की। इससे पहले उन्होंने लखनऊ, रायबरेली और बिजनौर में पीड़ित और उनके परिजनों से मुलाकात की थी। बीते कुछ दिनों में हुई तमाम मुलाकात के दौरान कहीं प्रियंका का लोगों के प्रति लगवा दिखाई दिया तो कहीं वो कड़े अंदाज में भी नजर आईं। आज हम आपको साथ प्रियंका की ऐसी ही कुछ तस्वीरें शेयर कर रहे हैं।
Asianet News Hindi | Published : Jan 4, 2020 2:32 PM IST / Updated: Jan 04 2020, 08:04 PM IST
शनिवार यानी 4 जनवरी को प्रियंका मुजफ्फरपगर में हुई हिंसा में मारे गए नूर मोहम्मद के घर उनके परिजनों से मिलने पहुंचीं थीं। इस दौरान उन्होंने नूर की ढाई महीने की बच्ची को सीने से लगा दिया।
बीते दिनों लखनऊ दौरे पर गई प्रियंका ने नागरिकता कानून पर हुई हिंसा के दौरान गिरफ्तार किए गए पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की थी। इसकी दौरान प्रियंका की दारापुरी की बीमार पत्नी का हाथ थामे फोटो सामने आई थी। प्रियंका ने कहा था, 77 साल के रिटायर्ड ऑफिसर दारापुरी को घर से गिरफ्तार किया गया, जो अंबेडकरवादी हैं। उन्होंने प्रदर्शन को लेकर एक फेसबुक पोस्ट डाली थी, जिसमें प्रदर्शन कर रहे लोगों से शांति की अपील की थी। लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। मैं उनके घर गई। वहां जाते ही किसी को भी पता चल जाएगा कि दारापुरी कितने साधरण इंसान है। उनके घर में हर जगह किताबें नजर आती है। उनकी बीवी बहुत बीमार हैं।
लखनऊ में जब प्रियंका अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ दारापुरी के घर जा रहीं थीं तो पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक लिया था। इसपर प्रियंका अपनी जिद्द पर अड़ी रहीं। पहले तो वो गाड़ी से उतरकर कुछ दूर पैदल चलीं, उसके बाद एक कार्यकर्ता की स्कूटी पर बिना सुरक्षा बैठ सफर करने लगी थीं।
नूर की पत्नी का हाथ थामकर प्रियंका ने उन्हें आश्वासन दिया कि कांग्रेस उनकी हर संभव मदद करेगी। पुलिस की इस अमानवीय कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस हमेशा लड़ाई लड़ती रहेगी। यही नहीं प्रियंका ने कहा, इस परिवार की कहानी बहुत दर्दनांक है। नूर की पत्नी 22 साल की है, जोकि सात महीन की प्रेग्नेंट है। उसकी डेढ़ साल की एक बेटी भी है। वह पूरी तरह से अकेली हो गई है।
प्रियंका जब मुजफ्फरनगर पहुंची तो उनको देखने के लिए काफी भीड़ जुट गई। प्रियंका एक सकरी गली से होते हुए जा रही थीं। इस दौरान एक महिला पुलिसकर्मी ने भीड़ से प्रियंका को बचाने के लिए उनके आगे हाथ लगाया तो कांग्रेस महासचिव गुस्से में खुद उसे हटा आगे बढ़ गईं।