लखनऊ(Uttar Pradesh). कभी समाजवादी पार्टी की रीढ़ माने जाने वाले वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव और उनके भतीजे पूर्व सीएम अखिलेश यादव के बीच दूरियां कम होती दिख रही हैं। काफी समय बाद कुछ ऐसा हुआ है जब ये कहा जा रहा है कि समाजवादी कुनबा एक होने की राह पर है। इसकी बानगी ही है जब सपा के आग्रह पर विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने गुरुवार को शिवपाल की सदस्यता समाप्त करने के लिए सपा द्वारा दी गई याचिका को वापस कर दिया है। समाजवादी पार्टी से बगावत कर अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बना लेने वाले पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव की विधानसभा सदस्यता समाप्त करने के लिए सपा ने तकरीबन 8 माह पूर्व अर्जी दिया था। माना जा रहा है कि इसमें सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव मुख्य भूमिका में हैं। एशियानेट न्यूज हिंदी ने इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार व राजनैतिक मामलों के जानकार बृजेश सिंह से बात की।