उन्होंने बताया कि उनकी बहन आकांक्षा बीएड कर रही हैं। उसकी पढाई का खर्च और घर के रोजमर्रा के खर्च के लिए भी पिता जी की सैलरी पर ही डिपेंड रहना पड़ता है। लेकिन पिता जी कम सैलरी के बाद भी बुलंद हौसलों के साथ डटे हुए हैं। उनका बस एक सपना है कि अपने सारे बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाकर काबिल बनाना है।