जौनपुर (Uttar Pradesh) । शिक्षा और अपराध की क्षेत्र में अलग पहचान बनाने वाला जौनपुर फिर चर्चाओं में आ गया है। मड़ियाहूं तहसील क्षेत्र के रजमलपुर गांव निवासी और केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक दिनेश पटेल ने तीन साल में कचरे को एकत्र कर रोबोट "शालू" बनाया है, जो नौ भारतीय और 38 विदेशी भाषा बोलने में सक्षम है। बता दें कि इसका निर्माण बेहद साधारण प्लास्टिक, गत्ता, लकड़ी व एल्युमिनियम की वस्तुओं से किया गया है। इसे बनाने में तीन वर्ष का समय और 50 हजार रुपए की लागत आई है।