अंधेरे की वजह से नहीं बचाई जा सकी कई लोगों की जान, चीख-पुकार और धमाका सुनकर सहम गए थे लोग

Published : May 16, 2020, 12:03 PM ISTUpdated : May 16, 2020, 05:38 PM IST

औरेया (Uttar Pradesh) । खड़ी डीसीएम से टकराने से हुए भीषण हादसे में अब तक 24 प्रवासी मजदूरों की मौत हो चुकी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आईजी कानपुर मोहित अग्रवाल को इस दुर्घटना के कारणों पर तत्काल एक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है, जिन्होंने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। वहीं, आसपास के लोगों का कहना था कि यह भयावह हादसा रात को 3 से 3.30 बजे के बीच तब हुआ जब सड़कों पर सन्नाटा था। मजदूरों से भरी एक डीसीएम सड़क पर जा रही थी, इसी दौरान एक ट्रक ने इस गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी। अंधेरा होने के कारण राहत बचाव कार्य में देरी हुई। जिसके कारण समय से घायलों का इलाज के अभाव में मौत हो गई।  

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अंधेरे की वजह से नहीं बचाई जा सकी कई लोगों की जान, चीख-पुकार और धमाका सुनकर सहम गए थे लोग


मजदूर औरेया-कानपुर देहात रोड पर सड़क के किनारे एक ढाबे पर चाय पीने लगे। इस दौरान कुछ मजदूर ढाबे पर थे तो कुछ डीसीएम में ही सोए रहे, तभी राजस्थान से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने मजदूरों की एक डीसीएम को जोरदार टक्कर मार दी।
 

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टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों ही गाड़ियां पलट गईं और सड़क के किनारे एक गड्ढ़े में जा गिरीं। डीसीएम से चूना लदे ट्रक की टक्कर इतनी तेज थी कि इसकी आवाज आसपास के गांव में सुनाई दी।

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लोगों के मुताबिक अंधेरा होने की वजह से मजदूरों को मदद मिलने में देरी हुई और कई मजदूरों की इलाज के अभाव में मौत हो गई।
 

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औरैया के सर्किल ऑफिसर सुरेंद्रनाथ यादव ने कहा कि हादसे में मरने वाले मजदूर बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के थे। प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन मजदूरों के परिवार वालों को घटना की सूचना देने की है। जिसके कारण उनके जेब और झोलो की तलाशी ली गई। 

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टक्कर की वजह से डीसीएम बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा है कि हादसा तब हुआ जब दिल्ली से आने वाली डीसीएम पर बैठे मजदूरों ने सुबह से पहले चाय पीने की इच्छा जाहिर की।
 

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