Published : Aug 01, 2019, 01:02 PM ISTUpdated : Aug 01, 2019, 01:10 PM IST
कुलदीप सेंगर उन्नाव जिले की बांगरमऊ विधानसभा सीट से MLA हैं। उन पर एक नाबालिग से नौकरी के बहाने घर पर बुलाकर रेप करने का आरोप लगाया था। MLA पर केस वापस लेने का दवाब डालते हुए उसके परिजनों की हत्या करने और झूठे केस में फंसाने का भी इल्जाम है। आरोपी अभी सीतापुर जेल में बंद है। यह मामला मीडिया की सुर्खियों में बना हुआ है।
लखनऊ. अपने ही MLA की हरकतों के कारण शर्मिंदगी का सामना कर रही भाजपा ने आखिरकार फैसला ले ही लिया। पार्टी ने रेप और हत्या के आरोपी कुलदीप सेंगर को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। सूत्रों के अनुसार बुधवार को यूपी के भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को पार्टी ने अचानक दिल्ली बुलाया था। इसके बाद यह निर्णय लिया गया। सेंगर के कारण पार्टी को हर तरफ से निंदा का सामना करना पड़ रहा था।
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MLA पर रेप पीड़िता के परिजनों को एक्सीडेंट में मरवाने का भी इल्जाम लगा है। इसी घटना के बाद मामला तूल पकड़ गया था। 28 जुलाई को रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही थी रेप पीड़िता। कार में उसकी मौसी, चाची और वकील भी थे। तभी गुरबख्शगंज में एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी थी। हादसे में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई। जबकि वकील और वो खुद घायल है। शुरुआती जांच में सामने आया था कि ओवरस्पीड के चलते यह हादसा हुआ। हालांकि आशंका थी कि जिस ट्रक ने कार को टक्कर मारी, उसकी नंबर प्लेट के साथ छेड़छाड़ की गई थी। इसलिए मामला संदिग्ध माना जा रहा था।
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यह है मामला: पीड़िता ने आरोप लगाया था कि 2017 में नौकरी दिलाने के बहाने कुलदीप सेंगर ने अपने घर पर उसके साथ रेप किया था। घटना के करीब सालभर बाद अप्रैल 2018 में लड़की ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निवास के बाहर आग लगाकर जान देने की कोशिश की थी।
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इस सब घटनाक्रम के बीच पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। उन्हें आर्म्स एक्ट में अरेस्ट किया गया था। आरोप है कि उन्हें सेंगर के भाई ने पीटा था। इसके बाद तो जैसे राजनीति भूचाल आ गया। था।
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पावरफुल MLA हैं कुलदीप सेंगर: सेंगर 2002 में कांग्रेस से एमएलए बने थे। 2007 में सेंगर बीएसपी से बांगरमऊ के एमएलए बने। 2012 का विधानसभा चुनाव सपा से लड़ा और जीते। फिर 2017 में बांगरमऊ सीट पर भाजपा की तरफ से खड़े हुए और चौथी बार जीत हासिल की।