दरअसल, दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान आवंटन को लेकर खुले में एक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें एसडीएम सुरेश पाल, सीओ चंद्रकेश सिंह और बीडीओ गजेंद्र प्रताप सिंह की मौजदूगी में मामला शांत करना था। लेकिन इसी दौरान दोनों पक्षों विवाद होने लगा और आरोपी धीरेंद्र सिंह ने जयप्रकाश उर्फ गामा पाल को ताबड़तोड़ 4 गोलियां मारकर हत्या कर दी। जिसके बाद दोनों गुटों में फायरिंग और लाठी ड़डे चलने लगा। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मामला जब सीएम योगी तक पहुंचा उन्होंने आनन-फानन में SDM और CO को तुंरत निलंबित कर दिया।