100-200 रुपए की खातिर करतीं अंतिम संस्कार
दरअसल, यह श्मशान घाट जौनपुर के गंगा-गोमती के तट पर है, जहां रोज आसपास के कई गांवों के तकरीबन 8-10 शव जलाए जाते हैं। इन लाशों के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी यहां की दो विधवा महिलाओं की है। जो शव को आखिरी तक जलाती हैं इसकी एवज में उनको मृतक परिवार 100-200 तो कभी 500 रुपए देकर जाते हैं। इसी रुपए से वह अपने बच्चों और परिवार का खर्चा चलाती हैं।