पड़ोसियों ने बताया कि गुरूवार रात करीब 5 बजे का वक्त था, जब यह दर्दनाक हादसा हुआ। हम सभी लोग सो रहे थे, तभी चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। भागकर पहुंचे तो मलबे के नीचे दो बेटी, एक बेटा और मां मिट्टी के नीचे दबे हुए थे। सभी सदस्यों को बाहर निकाला और पास के अस्पताल लेकर जा ही रहे थे कि रास्ते में उनकी मौत हो गई।