NGO के एक सदस्य जितेंद्र यादव ने ट्वीट कर इन मासूमों के दर्द के बारे में लिखा है। उन्होंने लिखा कि जिन हाथों में क़लम होनी चाहिए उनसे फैक्ट्री के कचड़े के लोहा बीना जा रहा है, जिससे राशन आ पाए। पिछले कई सालों से बिन पानी बिन बिजली के, अंधेरे में जीने को मजबूर इस बस्ती के नन्हे मासूम,सबसे अनुरोध कर लिया अब @SonuSood सर आप ही आस है।