मिर्जापुर (Uttar Pradesh) । मां विंध्यवासिनी का वासंतिक नवरात्र मेला सोमवार की मध्य रात्रि से ही शुरू हो गया, लेकिन नाइट कर्फ्यू के कारण मंगलवार की सुबह छह बजे से दर्शन पूजन शुरू हुआ। इस बार कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट प्रस्तुत करने पर ही दर्शनार्थी विंध्यधाम में प्रवेश कर सकेंगे। यही नहीं विंध्यवासिनी मंदिर के चरण स्पर्श पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही दर्शनार्थियों को संक्रमण से बचाव के लिए गाइड लाइन का पालन करना होगा। ऐसे में हम आपको विंध्य पर्वत पर बसे इस धाम की महिमा के बारे में बता रहे हैं, जिसका जिक्र धर्म ग्रंथों में भी किया गया है। बता दें कि यहां साल के दोनों नवरात्रों में देश के कोने-कोने से यहां लाखों श्रद्धालु आते हैं। लेकिन, इस बार ऐसा नहीं दिख रहा है। महाभारत हो या पद्मपुराण, हर जगह मां के इस स्वरूप का वर्णन मिलता है। मान्यता है कि मां के ही आशीर्वाद से इस सृष्टि का विस्तार हुआ है। आदिशक्ति जगत जननी मां विन्ध्यवासिनी चमत्कार की ढेरों कहानियां अपने अंदर समेटे हुए हैं।