ठेले से पिता ने बेटे के लिए खरीदा चाउमीन, लाल तीखी सॉस के साथ खाते ही फट गया बच्चे का फेंफड़ा

हटके डेस्क: दुनियाभर में फ़ास्ट फ़ूड को काफी पसंद किया जाता है। लोग चाव से इन्हें खाते हैं। दरअसल, इन्हें बनाना आसान होता है साथ ही ये काफी टेस्टी होते हैं। डिमांड ज्यादा होने की वजह से अब फ़ास्ट फ़ूड के कई स्टॉल्स भी सड़क किनारे लगने लगे हैं। इनका टेस्ट भी लोगों को पसंद आता है साथ ही ये काफी सस्ते होते हैं। ऐसे में आम लोग आसानी से इसे खरीदकर खा लेते हैं। लेकिन कुछ लोग अपने फायदे के लिए दूसरों की जान भी जोखिम में डालने से परहेज नहीं करते हैं। ऐसा ही एक मामला हरियाणा के यमुनानगर से सामने आया। यहां एक शख्स ठेले से चाउमीन लेकर अपने घर गया। ठेले वाले ने चाउमीन के साथ लाल रंग की चटनी भी पैक की। इसे चाउमीन में मिला कर खाते ही बच्चे की तबियत बिगड़ गई। बच्चे को तुरंत अस्पताल पहुंचाना पड़ा। खबर को पढ़ने के बाद आप भी अगली बार से ठेले से चाउमीन खरीदने से पहले सौ बार सोचेंगे...  
 

Asianet News Hindi | Published : Dec 13, 2020 6:21 AM IST

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ठेले से पिता ने बेटे के लिए खरीदा चाउमीन, लाल तीखी सॉस के साथ खाते ही फट गया बच्चे का फेंफड़ा

मामला हरियाणा के यमुनानगर से सामने आया, जहां एक तीन साल के बच्चे को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। बच्चे का पेट अंदर से जल गया था। उसकी ऐसी हालत हुई ठेले से लाए गए चाउमीन को खाकर।  
 

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यमुनानगर में रहने वाले एक शख्स मंजूर अपने बेटे को सड़क किनारे ठेले से चाउमीन खिलाने ले गया। चाउमीन के साथ लाल रंग की तीखी सॉस भी थी।  

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पिता ने सिर्फ चाउमीन खाया जबकि उसके 3 साल के बेटे ने लाल चटनी निकाल चाउमीन में मिलाया और खाने लगा। अचानक उसके सीने में तेज दर्द उठा। 

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उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर्स ने बताया कि उसके फेफड़े फट गए थे।  अंदर से जल गया था।  चटनी खाते ही उसका शरीर काला पड़ गया। उसका ब्लड प्रेशर भी लो हो गया था। 

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दरअसल, लाल चटनी में ठेले वाले ने सस्ता विनेगर मिलाया था। इसमें काफी मात्रा में एसिड डाला गया था। एसिड की वजह से चटनी जानलेवा बन चुकी थी। उसके सेवन के बाद बच्चे की हालत खराब हो गई।  
 

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डॉक्टर्स ने बताया कि चाउमीन खाने से फेंफड़े फटने का ये पहला मामला सामने आया है। ऐसा विनेगर में मिले एसिड की वजह से हुआ। बच्चे के कई ऑर्गन्स अंदर से जल चुके थे। 

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सही वक्त पर बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया जिससे उसकी जान बच गई। डॉक्टर्स ने तुरंत उस्मान का ऑपरेशन किया और उसके बॉडी में चेस्ट ट्यूब्स डाली। कुछ समय के लिए बच्चे के दिल ने काम करना बंद कर दिया था। 

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अस्पताल में बच्चे को 16 दिन तक वेंटिलेटर पर रखा गया। इसके बाद धीरे-धीरे उसकी हालत सुधरते गई। दरअसल, फ़ास्ट फूड्स का स्वाद बढ़ाने के लिए इनमें विनेगर मिलाया जाता है। लेकिन ठेले वाले सस्ते के चक्कर में बिना जांच के विनेगर खरीद लेते हैं, जिनमें एसिड काफी ज्यादा होता है।  

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