25 तस्वीरों में देखें कोरोना ने कैसे बदला रमजान का चेहरा, मुस्लिमों ने कहा- अल्लाह के दर से दूर, रहमत से नहीं

Published : May 08, 2020, 11:34 AM IST

हटके डेस्क: दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है। इस जानलेवा वायरस ने अभी तक लगभग 40 लाख लोगों को संक्रमित कर दिया है, जबकि मौत का आंकड़ा भी जल्द 3 लाख पहुंच जाएगा। ये वायरस काफी तेजी से अपने पैर दुनिया में पसार चुका है। इस वायरस के कारण दुनिया के कई देशों को लॉकडाउन किया गया। इस बीच वायरस ने लोगों की जिंदगी को काफी प्रभावित कर दिया है। लोग अपने दोस्तों से अब सिर्फ डिजिटल माध्यम से देख-सुन पा रहे हैं। इस बीच रमजान का महीना भी शुरू हो गया। कुछ लोगों को छोड़ दें, तो दुनिया के कई मुस्लिम देशों ने कोरोना में लोगों से मस्जिद की जगह घर में ही नमाज अदा करने को कहा। दुनिया में कोरोना ने अल्लाह की इबादत का तरीका पूरी तरह बदल दिया है। आज आपको तस्वीरों में दिखाते हैं कि आखिर कोरोना ने कैसे रमजान का चेहरा ही बदल दिया।    

PREV
125
25 तस्वीरों में देखें कोरोना ने कैसे बदला रमजान का चेहरा, मुस्लिमों ने कहा- अल्लाह के दर से दूर, रहमत से नहीं

रमजान का महीना, जब हर गली में लोगों की भीड़ नजर आती थी, आज सुनसान है। सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से अब लाइव स्ट्रीमिंग के जरिये लोग अल्लाह के दर को देख पा रहे हैं। 

225

लाहौर की इस तस्वीर में इफ्तार के लिए खाना खरीद रहे लोग अब सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रख रहे हैं।  

325

पाकिस्तान के रावलपिंडी के जामिया मस्जिद में 7 मई 2019 में इस तरह नमाज अदा की गई थी। तब शाम को इफ्तार के बाद लोग खुदा को शुक्रिया कह रहे थे। 

425

इस साल 25 अप्रैल को रमजान के पहले दिन जामिया मस्जिद में शाम को कुछ ऐसा नजारा दिखा। कोरोना ने लगभग हर मस्जिद को खाली करवा दिया है। 
 

525

कराची में पुलिसकर्मी रमजान मेंइस तरफ इफ्तार करते नजर आए। अपनी ड्यूटी के बीच खुदा की इबादत का ये नजारा दिल को छूने वाला है। 

625

रावलपिंडी में लॉकडाउन के दौरान गरीबों को बंट रहे खाने के साथ इफ्तार करती ये बुजुर्ग। 

725

अमेरिका में रहने वाले इस मुस्लिम परिवार ने साथ बैठकर परिवार के इफ्तार करते हुए तस्वीर को शेयर किया। 
 

825

भारत के अहमदाबाद में 7 मई 2019 को रमजान के पहले दिन लोग जुमा मस्जिद में इस तरह एक साथ इफ्तार करते दिखे थे।  

925

इस साल कोरोना पर रमजान के पहले दिन इतना सन्नाटा नजर आया। 

1025

रावलपिंडी में 7 मई 2019 को सड़क के किनारे कुछ ऐसा नजारा दिखा था। 
 

1125

इस बार इन सड़कों पर कोई भी नहीं था। ये खाली सड़कें साफ़ बता रही कि कोरोना ने दुनिया को कितना प्रभावित किया है। 
 

1225

श्रीलंका का एक परिवार रमजान के पहले दिन कुछ इस तरह इफ्तार करता नजर आया। 

1325

कराची में रमजान के दौरान गरीबों के बीच खाना वितरित किया गया। 
 

1425

भारत के प्रयागराज में एक मजदुर सेवई को सुखाता हुआ। रमजान में सेवइयां काफी खाई जाती है। 
 

1525

ब्राज़ील में रमजान के पहले दिन एक खाली मस्जिद में नमाज अदा करते मौलवी। अब कई देशों में मस्जिदों में हो रहे नमाज को लाइव स्ट्रीम किया जा रहा है। ताकि जो मस्जिद नहीं आ पा रहे, वो घर से ही इसे देख पाए। 

1625

रमजान में मक्का को सनिताईज करते कर्मचारी। इस बार पहली बार पूरा मक्का सुनसान है। 

1725

भारत की राजधानी दिल्ली में एक परिवार इफ्तार करते हुए। 

1825

अल्बानिया में एक परिवार घर एक अंदर नमाज अदा करते हुए। 

1925

पिछले साल 19 जुलाई को रमजान में ढाका की सड़कों पर इतनी रौनक दिखाई दी थी।  

2025

इस साल सड़कों पर मास्क लगाए लोग सन्नाटे को दिखाते हुए। 

2125

सीरिया में इस बार रमजान में व्यापार काफी प्रभावित हुआ है। इन दुकानों में कदम रखने की जगह नहीं होती थी, वहां अब ऐसा सन्नाटा है। 

2225

कश्मीर में एक बच्ची रमजान पर खाली सड़कों पर कबूतर को दाना खिलाते हुए। श्रीनगर में सड़कें कोरोना के कारण सुनसान है। 
 

2325

ईरान में कस्टमर के इन्तजार में एक दुकानदार। कोरोना ने इस बार रमजान के बाजार को काफी प्रभावित कर दिया है। 

2425

पेशावर में एक एनजीओ लोगों के बीच रमजान के दौरान अनाज वितरण की तैयारी करते हुए। 

2525

पेशावर में एक मुस्लिम मस्जिद में अकेले बैठकर कुरान पढ़ते हुए। 
 

Recommended Stories