हाथी के खून से पैसे कमाएगी इस देश की सरकार, सुनाया फरमान, मार डालो हाथी और बेच दो उसकी खाल
बोत्सवाना: दुनिया के कई देशों में जहां जंगली जानवरों के शिकार पर रोक लगाई है। भारत में तो इस पर पूरी तरह बैन लगा है। लेकिन दुनिया में एक ऐसा देश है, जहां हाथियों के शिकार का फरमान खुद सरकार ने दिया है। इस देश ने फरमान दिया है कि सरकार को 31 लाख रुपए दीजिये और आराम से हाथियों का शिकार कीजिये। इसके पीछे का कारण दुनिया को भी हैरान कर रहा है।
विशाल हाथी का शिकार भारत में गैरकानूनी है। फिर भी लोग छिपकर हाथियों का शिकार करते हैं।
हाथी के दांत और उसकी स्किन के लिए लोग इनका शिकार करते हैं। लेकिन दुनिया में एक ऐसा देश है, जिसने हाथियों का शिकार करने का फरमान जारी किया है।
आदेश में कहा गया है कि जो भी हाथी को मारना चाहता है, वो सरकार को 31 लाख रुपए जमा कर दे। इसके बाद वो आराम से हाथी का शिकार कर सकता है।
इसके बाद मारे गए हाथी के दांत से लेकर हर अंग को बेचने का हक शख्स को होगा। सरकार इसमें कोई भी दखलंदाजी नहीं करेगी।
अब आप सोच रहे होंगे कि कौन सा है वो देश और क्यों ऐसा फरमान सुनाया गया? दरअसल, ये फरमान आया है बोत्स्वाना देश से।
यहां हाथियों की इतनी संख्या बढ़ गई है कि ये इंसानों की बस्ती में घुसकर तोड़फोड़ कर रहे हैं।
हाथी के आतंक से इंसानों को काफी नुकसान हो रहा है। दरअसल, इस देश में 1990 में हाथियों की संख्या 80 हजार थी। जो अब बढ़कर 1 लाख 30 हजार हो गई है। इस कारण हाथी इंसानी इलाकों में घुस जा रहे हैं।
परेशानी को देखते हुए सरकार ने देश के 60 हाथियों को मारने का फरमान सुनाया है। इसे मारने के लिए लोगों को सरकार के पास 31 लाख रुपए जमा करने होंगे।
इस तरह इन हाथियों की मौत से सरकार को 18 करोड़ 60 लाख रुपए का फायदा होगा।
बता दें कि ना सिर्फ बोत्सवाना में, बल्कि जिम्बाब्वे, जांबिया, नामिबिया और साउथ अफ्रीका में भी बीते कुछ सालों से हाथियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। इस कारण सरकार अब इनपर नियंत्रण लगाने की कोशिश में है।