यूरोप के इटली के बाद कोरोना वायरस का कहर सबसे ज्यादा अमेरिका में ही फैला है। अमेरिका के कई स्टेट कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित हैं। अब तक अमेरिका में कोरोना वायरस से कुल 18 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। इससे सबसे ज्यादा न्यूयॉर्क में मौतें हुई हैं, लेकिन मैसाचुसेट्स में भी कोरोना का खतरा काफी बढ़ता जा रहा है। मैसाचुसेट्स स्टेट में कोरोना के कुल 18,941 मामले सामने आ चुके हैं। इसी बीच, बायोटेक स्टार्टअप बायोबॉट एनालिटिक्स ने अपनी एक स्टडी में पाया है कि मैसाचुसेट्स में अर्बन ट्रीटमेंट फैसिलिटी में गंदे पानी का ठीक से निपटान नहीं किया जा रहा है। इस स्टार्टअप के शोधकर्ताओं ने वहां पानी का टेस्ट किया।
बताया गया है कि इस टेस्ट में उन्हें कोराना वायरस होने का पता चला है। इसके बाद रिसर्चर्स का कहना है कि गंदे पानी का ठीक से निपटान नहीं होने की वजह से कोरोना वायरस का संक्रमण बहुत तेजी से बढ़ सकता है। स्टार्टअप बायोबॉट एनालिटिक्स, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं और वीमेन्स हॉस्पिटल के डॉक्टरों की एक टीम ने अर्बन ट्रीटमेंट फैसिलिटी में पानी की जांच 18 से 25 मार्च के बीच की थी। इस जांच में उन्हें वायरस मिले।
इसके बाद शोधकर्ताओं ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की जितनी संख्या बताई जा रही है, उससे यह कहीं ज्यादा हो सकती है। मैसाचुसेट्स में कोरोना से अब तक 503 लोगों की मौत हो चुकी है। बता दें कि पूरे अमेरिका में कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा 5 लाख को पार कर गया है। देखें इससे जुड़ी तस्वीरें।