चीन: वैसे तो भारत के दो पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन भारत के खिलाफ षड्यंत्र रचते वक्त एक हो जाते हैं। लेकिन चीन कभी किसी का सगा नहीं है। ये देश वैसे तो पाकिस्तान का हितैषी बनता है, लेकिन इसी देश में मुसलामानों को नर्क की जिंदगी बितानी पड़ रही है। खुद अमेरिका ने भी इस मामले में बयान देते हुए कहा है कि चीन में बंदी उइगर मुसलमानों को काफी टॉर्चर किया जाता है। फिर पूरी दुनिया इस मामले पर चुप्पी क्यों साध रही है। अमेरिका के नए सुरक्षा सलाहकार ब्रायन ने कहा कि चीन में 10 लाख से ज्यादा उइगर मुसलमानों
को जेलों में बंद कर टॉर्चर किया जा रहा है। हालांकि, इसके कोई पक्के सबूत नहीं है लेकिन हाल ही में कुछ ऐसे दस्तावेज लीक हुए हैं, जिसने इसे कंफर्म किया है। साथ ही कुछ मुसलमान भी सामने आए जिन्होंने इन जेलों में होने वाले टॉर्चर की कहानी शेयर की। आज हम आपको बताने जा रहे हैं टॉर्चर की यही कहानी...
Asianet News Hindi | Published : Nov 27, 2019 7:45 AM IST / Updated: Nov 27 2019, 04:11 PM IST
चीन के पश्चिम प्रान्त शिनजियांग में एक करोड़ से भी अधिक वीगर समुदाय के मुसलमान रहते हैं। इनकी भाषा तुर्की से मिलती जुलती है। लेकिन चीन इनकी सोच बदलने के लिए इन्हें जेल में बंद कर टॉर्चर कर रहे हैं।
2018 में अचानक हल्ला हुआ कि चीन में एक जेल में करीब 10 लाख मुसलामानों को बंद कर टॉर्चर किया जा रहा है। इसके बाद कुछ लोग भी सामने आए, जिन्होंने इस अफवाह पर मुहर लगाईं।
पता चला कि वीगर समुदाय को सख्त निगरानी में रखा जा रहा है। लोगों के घरों के दरवाजे पर QR कोड्स लगे हैं और कैमरे भी फिट किए गए हैं।
इस जगह मीडिया पर पाबंदी है। समुदाय का एक शख्स आमिर मीडिया के सामने आया था। उसने इन शिविरों में कैदियों के साथ होने वाले जुल्म की कहानी लोगों के साथ शेयर की थी।
आमिर ने बताया कि जेल में कैदियों को इस्लाम विरोधी नारे लगाने के लिए मजबूर किया जाता था। उनसे चीन समर्थक नारे लगवाए जाते थे।
ऐसा ना करने पर शरीर में सुइयां चुभोई जाती थी। साथ ही प्लास से नाखून नोचे जाते थे। लोगों को इतना टॉर्चर किया जाता है कि वो रोबोट की तरह हो जाते हैं। उनका ब्रेन वॉश कर दिया जाता है। वो इस्लाम के खिलाफ और चीन के समर्थन में बोलने लगते हैं।