चीन में यूं शुरू हुआ था तबाही का एक्सपेरिमेंट, जंगल-गुफा से ढूंढ-ढूंढ कर लाए गए थे चमगादड़, फिर बना कोरोना

Published : May 03, 2020, 02:26 PM ISTUpdated : May 03, 2020, 04:23 PM IST

हटके डेस्क: दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है।  इस वायरस से अब तक दुनिया में संक्रमित लोगों की संख्या 34 लाख 84 हजार पहुंच गया है। जबकि मौत का आंकड़ा 2 लाख 44 हजार के पार है। इस वायरस ने लोगों को घरों में बंद रहने को मजबूर कर दिया है। अभी तक इस वायरस का कोई इलाज नहीं मिला है। लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना से ठीक हुए मरीजों का खून इस वायरस को हारने में काफी कारगर साबित होता है। अभी एक इस वायरस को मात देने वालों की संख्या 13 लाख 66 हजार पार कर चुकी है। चीन के वुहान से शुरू हुए इस वायरस को लेकर कई तरह की बातें चल रही है। इस वायरस को लेकर ये बात कही जा रही है कि इसे वुहान के लैब में बनाया गया था। जबकि चीन का कहना है कि ये वायरस मीट मार्केट से इंसानों में फैला है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उनके पास सबूत है कि ये वायरस चीन के लैब में बनाया गया है। अब वुहान वायरस लैब के ऑफिशियल साइट से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई है, जिसमें साइंटिस्ट्स चमगादड़ जमा करते नजर आ रहे हैं। इन तस्वीरों को अब वुहान के वायरोलॉजी लैब के ऑफिशियल साइट से हटा दिया। इन तस्वीरों से ये साफ़ पता चलता है कि चीन ने लंबी प्लानिंग के बाद इस वायरस को बनाया था। 

PREV
110
चीन में  यूं  शुरू हुआ था तबाही का एक्सपेरिमेंट, जंगल-गुफा से ढूंढ-ढूंढ कर लाए गए थे चमगादड़, फिर बना कोरोना

वुहान के वायरोलॉजी लैब ने अपने अकाउंट से कई तस्वीरें डिलीट कर दी है। इन तस्वीरों को चीन    दुनिया से छिपाना चाहता है। 
 

210

इन तस्वीरों में चीन के इस लैब के कुछ साइंटिस्ट्स जंगल से चमगादड़ पकड़ते नजर आ रहे हैं।  

310

इतना ही नहीं, एक तस्वीर में ये साइंटिस्ट गुफा से भी चमगादड़ ढूंढते नजर आए। बताया जा रहा है कि इन चमगादड़ों को फिर इन लैब्स में लाया गया था। 
 

410

 कहा जाता है कि वुहान के इस लैब में 15 सौ से अधिक वायरस बनाए गए हैं। कुछ दिनों  पहले इस लैब से एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें देखा गया था कि वायरस से भरा एक लॉकर टूटा हुआ था। 
 

510

इन तस्वीरों ने प्रमाणित कर दिया है कि कोरोना को चीन ने जान कर बनाया और फिर षड्यंत्र के तहत इसे दुनिया में फैला दिया। 

610

अमेरिका के एक न्यूजपेपर ने इन तस्वीरों को दुनिया के सामने लाकर चीन की असलियत खोल दी है। लेकिन साथ में ये भी खुलासा किया कि इस एक्सपेरिमेंट के लिए चीन को पैसा भी अमेरिका ने ही दिया था। 

710

बता दें कि चीन ने अभी तक दो हजार से भी ज्यादा वायरस बनाए हैं। इन वायरस को जमा करते करते हुए ये साइंटिस्ट ज्यादा प्रॉटेक्शन यूज नहीं करते। 

810

जिस चीनी रिसर्चर शी ज़हेग्ली को दुनिया ने बैट वूमेन का नाम दिया है, उसने चीन पर लगे सभी इल्जाम से इंकार किया है। उसने कहा कि ये वायरस मीट से इंसान तक पहुंचा ना कि लैब से फैलाया गया।  

910

उसने एक इंटरव्यू में कहा था कि ये इंसान को प्रकृति द्वार दी गई सजा है। इसका लैब से कोई लेना-देना नहीं है। 

1010

 अमेरिका सहित दुनिया के बाकि देश चीन पर लगातार कोरोना को लेकर झूठ बोलने और असलियत छिपाने का इल्जाम लगाते रहे हैं। अमेरिका ने तो अब चीन के खिलाफ सख्त एक्शन की बात भी कही है। लेकिन चीन ने अबतक असलियत नहीं मानी है। 

Recommended Stories