फेसएप ने 18 साल बाद परिवार से मिलवाया, पुलिस ने यूं लगाया था दिमाग
आजकल बेहद पॉप्युलर हो रहे फेसएप के कारन चीन के एक परिवार को 18 साल बाद अपना बिछड़ा हुआ बेटा मिल गया। इस खबर के वायरल होने के बाद लोग एप की काफी तारीफ कर रहे हैं।
चीन में रहने वाले 21 साल के शाय यू इफेंग का 18 साल पहले किडनैप हो गया था। उनके परिवार वालों ने केस भी दर्ज किया था लेकिन उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली।
इस किडनैपिंग के मामले को सुलझाने के लिए हाल ही में चीनी पुलिस के दिमाग में एक तरकीब आई। इतने सालों बाद बच्चे का चेहरा कैसा दिखता होगा, ये पता करने के लिए उन्होंने फेसएप का सहारा लिया।
पुलिस ने इस एप के डेवलपर्स से हेल्प ली। जिसके बाद दो महीने बाद पता चला कि गुआंगजाऊ में एक कॉलेज स्टूडेंट का चेहरा इस एप में दिखाए चेहरे से सबसे सटीक मेल खा रहा है। इसके बाद पुलिस ने उसे जाकर सारी बात बताई।
हालांकि, पुलिस ने उसे जो भी बताया, उसे सुनकर शाय ने इंकार कर दिया। इतना ही नहीं, उसके अडोप्टिव पेरेंट्स ने भी इससे इंकार किया। लेकिन अंत में डीएनए टेस्ट से सच सामने आ गया।
शाय को अपने परिवार से मिलाने में चीनी पुलिस के साथ टेक्नोलॉजी ने भी अहम योगदान दिया। 18 साल बाद अपने बच्चे से मिलकर उसके पेरेंट्स भावुक हो गए थे।
एक तरफ जहां भारत में कई लोग फेसएप को धोखेबाज और डेटा चुराने वाला एप बता रहे हैं, वहीं चीन में एक परिवार को इस एप के कारन 18 साल पहले बिछड़ा बेटा मिल गया।