लोहरदगा, झारखंड. यूट्यूब पर फालतू वीडियो देखकर अपना समय बर्बाद करने वाले यही सोचते हैं कि इंटरनेट लोगों को बिगाड़ता है। लेकिन जिनमें कुछ अलग करने का जुनून होता है, वे यूट्यूब को अपना गुरु मान लेते हैं। 28 साल के एक युवक ने देसी जुगाड़ (Desi jugaad science) के जरिये बिजली पैदा करने की ठानी। उसने टरबाइन तकनीक सीखने के लिए यूट्यूब का सहारा लिया। इसके बाद उसने गांव की ढलान वाली जगह पर एक गड्ढा खोदा। उसमें टरबाइन स्थापित किया और आज गांव में 24 घंटे मुफ्त बिजली मिल रही है। रखरखाव पर जो थोड़ा-बहुत खर्चा होता है, वो सब मिलकर भर देते हैं। हैरानी की बात यह है कि यह युवक कोई इंजीनियर नहीं हैं। यह हैं इंटर पास कमिल टोपनो। इस प्रोजेक्ट में करीब 12 हजार रुपए खर्च हुए। यह 2500 बॉट की बिजली का उत्पादन करता है। पढ़िए देसी जुगाड़ की यह अद्भुत कहानी...