मात्र 3 दिन में एक से दूसरे शरीर में घुस जाता है कोरोना, 1 संक्रमित मरीज 6 लोगों को फैला रहा जानलेवा वायरस
हटके डेस्क: कोरोना वायरस ने देखते ही देखते चीन के वुहान से दुनियाभर में अपनी पहुंच बना ली। दिसंबर में वुहान से कोरोना का पहला संक्रमित मरीज मिला था। इसके बाद आज हालात ऐसे हैं कि दुनिया के कई देश इसकी वजह से लॉकडाउन हो गया है। भारत में भी लॉकडाउन लगाया जा चुका है। लेकिन कई ऐसे लोग हैं, जो कोरोना को हलके में ले रहे हैं। अगर आप भी कोरोना को मजाक समझ रहे हैं और घर से बाहर निकल रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए ही है। न्यू मेक्सिको के लॉस एलामोस नेशनल लेबोरेटरी के साइंटिस्ट्स ने स्टडी में बताया कि कितनी तेजी से ये वायरस एक से दूसरे में फैल रहा है। चीन के वुहान में हुए एक शख्स से इस वायरस ने आज दुनिया में 19 लाख से अधिक लोगों को संक्रमित कर दिया है। इस स्टडी में वायरस से जुड़ी कई बातें सामने आई...
दिसंबर 2019 में इस वायरस का पहला संक्रमित मरीज चीन के वुहान में मिला था। आज 19 लाख को संक्रमित कर इस वायरस ने एक लाख से अधिक की जान ले ली है।
कोरोना की गंभीरता समझने के लिए न्यू मेक्सिको के लॉस एलामोस नेशनल लेबोरेटरी के साइंटिस्ट्स ने रिसर्च किया। स्टडी में उन्होंने कई चौंकाने वाले खुलासे किये।
अपनी स्टडी में टीम ने वुहान के आंकड़े लिए। इन आंकड़ों के आधार पर ही टीम ने कई दावे किये।
इस स्टडी में पता चला कि इस वायरस से ग्रस्त शख्स कोरोना की पहचान होने से पहले 6 अन्य लोगों में इस वायरस को फैला चुके होते हैं।
वायरस को एक से दूसरे शरीर में एक्टिव होने में ढाई से तीन दिन लगता है।
पहले ऐसा कहा जा रहा था कि वायरस को फैलने में 6 से 7 इन लगता है। लेकिन अब इस नए शोध में ये मात्र ढाई से तीन इन लेता है, कन्फर्म हो गया।
18 जनवरी तक चीन में लोगों को कोरोना पॉजिटिव होकर अस्पताल पहुंचने में साढ़े 5 दिन लगता था। लेकिन अब ये डेढ़ दिन हो गया है।
स्टडी में ये बात भी सामने आई कि अगर इस वायरस को रोकना है तो दुनिया के 82 फीसदी लोगों को इम्यून करना जरुरी है।
चीन की लापरवाही से ये वायरस एक से दूसरी जगह फ़ैल गया। वायरस से संक्रमित लोग फ्लाइट से एक से दूसरे देश जाते रहे और वायरस को फैलाते रहे।