इतना बड़ा पेट ले दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हुई बुजुर्ग महिला, देखकर डॉक्टर्स भी रह गए दंग

हटके डेस्क: मेडिकल जगत में कई तरह की खबरें लोगों को हैरान कर देती है। ऐसी कई बीमारियां, जिनके बारे में कभी देखा-सुना ना हो, वो जब नजरों के सामने आता है तो ये केसेस दिमाग में खलबली मचा देते हैं। अस्पतालों में जब कई तरह के मरीज पर नजर पड़ती है, तब समझ आता है कि दुनिया में सर्दी-जुकाम के अलावा भी कई तरह की बीमारियां है। हाल ही में सोशल मीडिया पर दिल्ली के अपोलो अस्पताल में हुई एक सर्जरी की काफी चर्चा हुई। 52 साल की इस महिला के पेट से डॉक्टर्स ने दुनिया का सबसे बड़ा ट्यूमर निकाला। इस ट्यूमर की वजह से महिला के पेट की हालत काफी खराब हो गई थी। उसका वजन तेजी से बढ़ा था और उसे देखकर लोगों की आंखें फट जाती थी। लेकिन इंडियन डॉक्टर्स ने सारी कॉम्प्लीकेशंस को दरकिनार करते हुए तीन घंटे की सर्जरी में इस ट्यूमर को निकाल दिया।  

Asianet News Hindi | Published : Aug 24, 2020 5:50 AM IST
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इतना बड़ा पेट ले दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हुई बुजुर्ग महिला, देखकर डॉक्टर्स भी रह गए दंग

भारत में दुनिया के सबसे बड़े ओवरी ट्यूमर का सक्सेसफुल ऑपरेशन किया गया। ये ट्यूमर 50 किलो 800 ग्राम का था। महिला की उम्र 52 साल है। 

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इस महिला की पहचान छिपाई गई है। महिला को शुरुआत में अचानक ही वेट बढ़ने की समस्या हुई। कुछ ही महीनों में अचानक उसका वजन लगभग 108 किलो हो गया। उसकी एड़ियां सूज गई और वो खड़ी नहीं हो पाती थी।  

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उसे समझ ही नहीं आया कि आखिर समस्या क्या है? उसे अपने पेट में ट्यूमर का अंदाजा भी नहीं था। लोगों ने उसे डायट करने की सलाह दी। दिन ब दिन उसका पेट बड़ा होता जा रहा था। 

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उसके पेट का ही वजन उसकी बॉडी के 45 परसेंट भार को ढो रहा था। जब उसकी तकलीफ काफी ज्यादा बढ़ गई तब उसे दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में एडमिट करवाया गया। 
 

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वहां डॉ अरुण प्रसाद की टीम ने महिला की सर्जरी कर ट्यूमर को बाहर निकाला। सर्जरी करीब तीन घंटे चली। इस दौरान कई तरह के कॉम्प्लीकेशंस भी आए लेकिन आखिरकार  ट्यूमर को निकाल दिया गया। 
 

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डॉ अरुण के मुताबिक, बीते 30 साल के करियर में उन्होंने ऐसा मामला कभी नहीं देखा था। अगर उसके ट्यूमर को नहीं निकाला जाता तो उसकी वजह से उसके गर्भाशय में विस्फोट हो सकता था। 

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सर्जरी से पहले महिला के शरीर में काफी मात्रा में खून चढ़ाया गया। महिला को अनीमिया हो गया था और उसका हीमोग्लोबिन काफी कम हो गया था। इस वजह से उसकी बॉडी में ऑक्सीजन की भी कमी हो गई थी।  

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डॉ अरुण की टीम ने बेहतरीन काम करते हुए महिला की जान बचा ली। सर्जरी के बाद अब महिला रिकवर कर रही है। डॉ अरुण ने अपनी टीम की काफी तारीफ की। साथ ही बताया कि अगर जरा सी लापरवाही की जाती तो महिला की जान जा सकती थी। 

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