पुणे. महाराष्ट्र. अगर आदमी में हुनर हो और कुछ करने का माद्दा, तो वो कभी भूखों नहीं मर सकता। यह मामला बेशक लॉकडाउन से पहले का है, लेकिन यह बेरोजगारों को एक आइडिया देता है। थोड़ा-सा दिमाग लगाकर आप अपने काम-धंधे को कैसे बढ़ा सकते हैं, यह कहानी यही बताती है। दुनिया में रोज देसी जुगाड़ से कई चीजें बनती रहती हैं। इनमें से कुछ मिसाल बन जाती हैं। पुणे के रहने वाले युसूफ फारुख शेख अपनी इसी जुगाड़ से चर्चाओं में आए थे। उनके बारे में आपको बताने का मकसद यही है कि अपने काम-धंधे को लेकर मायूस न हों। उसी में कुछ ऐसी जुगाड़ आजमाएं कि कमाई बढ़ जाए। युसूफ गाड़ियों के पंचर सुधारने का काम करते हैं। पहले वो एक गुमटी में दुकान चलाते थे। इससे उतनी कमाई नहीं थी। फिर उन्होंने एक आइडिया लगाया और अपने पुराने स्कूटर में ही एयर टैंक और कम्प्रेसर लगाया। अब वे मोबाइल पंचरवाला बन गए हैं। किसी के बुलाने या रास्ते में किसी की गाड़ी का पंचर सुधारकर वे अब इतना कमाने लगे हैं कि परिवार का खर्च अच्छे से चल सके। आगे पढ़िए इन्हीं की कहानी...