भारत के इस गांव में मिला हीरे का भंडार! पता चलते ही पहाड़ खोद पत्थर लूटने लगे ग्रामीण

हटके डेस्क: हीरा बेहद बेशकीमती पत्थर होता है। अगर ज्वेलरी शॉप से इसे खरीदने जाएं, तो अच्छा-ख़ासा पैसा इसके लिए खर्च करना पड़ता है। अब जरा सोचिये कि आपको पता चले की कहीं पर जमीन की खुदाई करने पर आपको हीरे मिलेंगे तो? जाहिर सी बार है आप वहां खुदाई कर हीरा निकालने की कोशिश करेंगे। ऐसा ही कुछ हुआ नागालैंड के मोन जिले के एक गांव में। वांचिंग नाम के इस गांव में रहने वाले लोगों को पता चला कि गांव की पहाड़ी पर बेशकीमती हीरे हो सकते हैं। जैसे ही इस बात की भनक उन्हें पड़ी, सब कुदाली और फावड़ा लेकर पहाड़ की और चल दिए। लोगों ने देखते ही देखते पहाड़ खोद डाला। कहा जा रहा है कि कई लोगों को वहां से चमकीले पत्थर मिले हैं। हालांकि, ये हीरा है या नहीं, इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है। आइये आपको दिखाते हैं कैसे हुई हीरों की लूट... 
 

Sandhya Kumari | Published : Nov 27, 2020 12:31 PM IST
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भारत के इस गांव में मिला हीरे का भंडार! पता चलते ही पहाड़ खोद पत्थर लूटने लगे ग्रामीण

मामला म्यांमार के बॉर्डर से सटे नागालैंड के वांचिंग गांव से सामने आया। यहां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें लोग एक पहाड़ी की खुदाई कर चमीका पत्थर ले जाते नजर आ रहे हैं। 
 

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बताया जा रहा है कि इस पहाड़ी से बेशकीमती हीरे निकल रहे हैं। इसके बाद लोगों का ध्यान इस गांव की तरफ गया। रिपोर्ट्स की माने तो अभी तक कई गांव वाले इस पहाड़ की खुदाई कर पत्थर लूट चुके हैं।  

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दरअसल, कुछ दिनों पहले अफवाह उड़ी कि गांव के एक पहाड़ी पर हीरे की खदान हो सकती है।  बात गांव वालों तक पहुंची, सभी निकल पड़े इसकी खुदाई करने के लिए।  सबने मिलकर पहाड़ी खोद डाली।  

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सोम गांव से मिली जानकारी के मुताबिक, कुछ लोगों को चमकीले पत्थर मिले हैं। हालांकि, ये हीरे हैं या नहीं, ये कन्फर्म नहीं हुआ है। अभी तक क्षेत्र से मिले पत्थरों की मात्रा और गुणवत्ता की पुष्टि नहीं की जा सकी है। 

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सोम के डिप्टी कमिश्नर थवसेलन ने बताया कि अभी इस पहाड़ी से कुछ पत्थर मिले हैं। लेकिन इनकी जांच नहीं की गई है। जैसे ही यहां टीम पहुंचेंगी, वो पत्थरों को अपने कब्जे में ले लेगी। लेकिन उनके पहुंचने से पहले लोगों ने यहां लूटपाट कर ली। 

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नागालैंड भूविज्ञान और खनन विभाग पत्थरों की स्टडी करने के वहां पहुंचेंगे। करंट साइंस में प्रकाशित इंडो-जर्मन स्टडी के मुताबिक़, नागालैंड की ओपियोलाइट चट्टानें जो कि इंडो-म्यांमार परवाओं का हिस्सा है, में सूक्ष्म हीरों की खदान हो सकती है। 
 

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एक मिलीमीटर छोटे हीरों की खदान की इस स्टडी के छपते ही यहां के लोगों में  हीरों की खोज शुरू हो गई। लोग पहाड़ों की खुदाई में जुट गए। जिन्हें चमकीला पत्थर मिला वो उसे  चले गए। अब देखना है कि आगे क्या होता है? 

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