मौत से ठीक पहले खींची गई एड्स पीड़ितों की ये तस्वीरें, आंखों में ले आएगी आंसू
हटके डेस्क: 1 दिसंबर को पूरी दुनिया में एड्स दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस बीमारी का एक ही अंजाम है- मौत। हालांकि,, अब दवाइयों के साथ एड्स पीड़ित एक नॉर्मल इंसान की तरह जी सकता है। पूरी दुनिया में लाखों-करोड़ों लोग इस बीमारी की चपेट में हैं। सबसे हैरान की बात तो ये है कि 1981 में इस बीमारी का पता चलने से पहले ही दुनिया में 30 मिलियन लोगों की मौत एड्स से हो चुकी थी। दुनियाभर के कई फोटोग्राफर्स ने एड्स पीड़ितों की आखिरी तस्वीरें शेयर की है। आज हम आपको इन तस्वीरों से दिखाने जा रहे हैं कि एड्स जैसी बीमारी मरीज को कैसे तोड़ देती है।
Asianet News Hindi | Published : Dec 1, 2019 5:32 AM IST / Updated: Dec 01 2019, 02:48 PM IST
HIV वायरस की चपेट में आने के बाद धीरे-धीरे इंसान का इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है। जिसके कारण वो लगातार बीमार रहने लगता है।
2011 में लगभग 1.7 मिलियन लोगों की मौत HIV/एड्स के कारण हुई थी।
आज के समय में पूरी दुनिया में 35 मिलियन लोग HIV पॉजिटिव हैं।
इनमें से 70% पीड़ित सब-सहारन अफ्रीका में रहते हैं।
अमेरिका में हर 9.5 सेकंड में एक शख्स HIV से पीड़ित होता है।
अमेरिका में ज्यादातर गे और बायसेक्सुअल लोग एड्स की चपेट में आते हैं।
अभी तक इस बीमारी का कोई इलाज नहीं निकाला जा सका है।
इस कारण आंखों के सामने अपनों को मरते देखने के लिए मजबूर होते हैं परिवार वाले।
बीमारी लोगों को अंदर से बेहद कमजोर बना देती है।
साथ ही परिवार वालों के लिए भी ये बेहद पीड़ादायक होता है।