जिस कोरोना के सामने दुनिया ने टेके घुटने, उस वायरस को मजा चखा रही भारत की बेटियां, दुनियाभर में लड़ रही जंग
हटके डेस्क: दुनिया भर में कोरोना ने तबाही मचा रखी है। चीन के वुहान से शुरू हुए इस वायरस के सामने आज दुनिया के कई देश हार चुके हैं। इसमें दुनिया का शक्तिशाली देश माना जाने वाला अमेरिका भी शामिल है। अमेरिका के अलावा कोरोना ने स्पेन, इटली जैसे देशों को भी नहीं छोड़ा। अमेरिका में तो हालात ऐसे हो गए हैं कि इस देश ने कोरोना के सामने घुटने तक दिए हैं। यहां मौत का जो मंजर है, उसने सभी को खौफ से भर दिया है। भारत में भी कोरोना तेजी से फ़ैल रहा है। यहां भी हर बीतते दिन के साथ संक्रमित मरीजों के साथ मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। लेकिन भारत की बेटियां कोरोना से हार नहीं मान रही। भारत की कई बेटियां पूरी दुनिया में डटकर कोरोना से जंग लड़ रही हैं। आज हम आपको उन भारतीय कोरोना वॉरियर्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आज मौत को मजा चखा रही हैं।
भाषा मुख़र्जी: मिस इंग्लैंड रहीं भारतीय मूल की मॉडल भाषा मुखर्जी कोरोना मरीजों की हालत की जानकारी अपने दोस्तों से मिली, तो उन्होंने कोरोना पीड़ितों की सेवा के लिए फिर से डॉक्टरी पेशे में लौटने का फैसला किया। भाषा मुखर्जी 2019 में मिस इंग्लैंड चुनी गई थीं। भाषा अब दोबारा इंग्लैंड लौटकर डॉक्टर बनकर कोरोना के खिलाफ अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।
भाषा अगस्त तक मरीजों के उपचार में जुटी रहेंगी। जरूरत पड़ी तो वे आगे भी अपनी सेवाओं को विस्तार दे सकती हैं। 24 साल की भाषा मॉडल बनने से पहले जूनियर डॉक्टर के पद पर तैनात हुआ करती थीं। उन्होंने दिसंबर 2019 में मिस इंग्लैंड बनने के बाद इस पेशे को अलविदा कह दिया था।
डॉ. नीता पटेल: पूरी दुनिया कोरोना की वैक्सीन बनाने में जुटी है। ताकि जल्द से जल्द इस वायरस का खात्मा किया जा सके। अमेरिका में वैक्सीन बनाने वाली टीम का हिस्सा भारतीय मूल की डॉ नीता पटेल भी हैं।
इनकी ही देखरेख में महिला टीम वैक्सीन बना रही है। ये वैक्सीन अपने दूसरे चरण में है, जिसमें इसे जानवरों पर इस्तेमाल किया जाएगा।
मीनल दखावे भोसले: कोरोनावायरस के खिलाफ भारत अब और मजबूती से जंग लड़ेगा। इसकी वजह कोरोना का टेस्ट करने वाली पहली स्वदेशी किट है, जिसे एक महिला वायरोलॉजिस्ट ने तैयार किया है। वह भी अपनी बच्ची को जन्म देने से महज 4 घंटे पहले।
इनका नाम है मीनल दखावे भोंसले। मीनल उसी मायलैब डिस्कवरी की रिसर्च और डेवलपमेंट प्रमुख हैं, जिसने यह किट तैयार की है।
आरती मधुसूदन: चेन्नई की आरती ने कोरोना के दौरान तमिलनाडु के करीबी 200 मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान जरुरत का सामान दिया। उनका मोबाइल नंबर किसी ने कोरोना हेल्पलाइन समझ लगा दिया था।
जब आरती ने फोन उठाय तो उनसे शख्स ने कहा कि लॉकडाउन में उसने दो दिन से कुछ नहीं खाया। ऐसे में आरती ने जाकर उसकी मदद की। इसके बाद आरती ने करीब 200 गरीब परिवारों को जरुरी सामन पहुंचाया।
महिता नागराज: बेंगलुरु की रहने वाली महिता ने केयरमोंगर इंडिया नाम का एक ग्रुप बनाया है, जो ऐसे लोगों को सप्पोर्ट करता है जो कोविड-19 के समय खुद का ध्यान नहीं रख पाते। ध्यान रखने वाले केयरगिवर्स युवा वालंटियर्स हैं। ये लोग उन्हें मदद देते हैं, जो लोग या तो ज़्यादातर बूढ़े होते हैं या फिर स्पेशल ज़रूरतों वाले होते हैं।
पेशे से डिजिटल मार्केटियर, महिता नागराज एक सिंगल मदर हैं। महिता पहले भी सोशल वर्क कर चुकी हैं। जब उनकी एक दोस्त ने उन्हें यूके से कॉल कर उसके बुजुर्ग माता-पिता के पास ग्रोसरी भेजने की रिक्वेस्ट की, तब महिता ने इस ग्रुप को बनाने का फैसला किया।
शिखा मल्होत्रा: बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान की फिल्म फैन की अभिनेत्री शिखा मल्होत्रा इन दिनों काम से मिली छुट्टी का सदउपयोग कर रही हैं। वो मुंबई के बालासाहेब ठाकरे अस्पताल में डॉक्टर्स के साथ मिलकर लोगों का इजाल कर रही हैं।
शिखा के करियर की बात करें तो वो अभिनेत्री के साथ ही नर्सिंग की डिग्री भी है। उन्होंने दिल्ली के वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज और सफदरजंग अस्पताल से नर्सिंग की पढ़ाई की है। शिखा लॉकडाउन में अपनी डिग्री का उपयोग करना। इसके लिए उन्होंने कई अस्पतालों के चक्कर लगाए, जिसके बाद बालासाहेब ठाकरे अस्पताल में उन्हें काम करने का मौका मिला।